असिस्टेंट प्रोफेसर पद के फर्जी नियुक्ति पत्र पर निदेशालय सख्त

चयनितों की ओर से दिए नियुक्ति पत्र पर ज्वाइनिंग न देने का निर्देश

prayagraj@inext.co.in

अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) डिग्री कॉलेज में चल रही असिस्टेंट प्रोफेसर पद की भर्ती में फर्जी नियुक्ति पत्र का मामला सामने आया है। फर्जी नियुक्ति पत्र की जानकारी होने पर उच्च शिक्षा निदेशालय में हड़कंप मच गया। सत्यता का पता लगाने के लिए उच्च शिक्षा निदेशक ने जांच शुरू करा दी है। साथ ही डिग्री कॉलेज प्रबंधन को पत्र जारी करके कहा है कि चयनितों द्वारा दिए गए नियुक्ति पत्र के आधार पर किसी को कार्यभार ग्रहण न कराया जाए। सहायक निदेशक उच्च शिक्षा या संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा प्रयागराज द्वारा प्रमाणित आसन व्यवस्था संबंधित पत्र मिलने पर ही चयनितों को नियुक्ति दी जाय।

यह है पूरा मामला

उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने विज्ञापन संख्या 47 के तहत 35 विषयों में 1150 पदों की असिस्टेंट प्रोफेसर पद की भर्ती निकाली थी।

उच्च शिक्षा निदेशालय ने उसके चयनितों की द्वितीय चरण की काउंसिलिंग 28 फरवरी को पूरी कराई है।

इसमें अंग्रेजी के 147, शारीरिक शिक्षा के 60, अर्थशास्त्र के 33, इतिहास के 38, भूगोल के 48, चित्रकला विषय के दो पदों की ऑनलाइन काउंसिलिंग कराकर चयनितों का नियुक्ति पत्र वेबसाइट में अपलोड कर दिया गया।

चयनितों को वेबसाइट से नियुक्ति पत्र डाउनलोड करना था। इसमें सबका नियुक्ति पत्र ¨हदी में बनाया गया है।

गुरुवार को शारीरिक शिक्षा विषय की एक चयनित के पास निदेशालय को अंग्रेजी में लिखा हुआ नियुक्ति पत्र मिला।

इसके अलावा अंग्रेजी, अर्थशास्त्र व शारीरिक शिक्षा विषय में कई फर्जी नामों से नियुक्ति पत्र बनाने की शिकायत हुई है।

फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर किसी को नियुक्ति न मिल जाय उसको लेकर निदेशालय ने पड़ताल शुरू कर दी है।

हमें अंग्रेजी में लिखा एक नियुक्ति पत्र मिला है। जब अंग्रेजी में नियुक्ति पत्र बना ही नहीं तो वह आया कहां से? उसका पता लगाया जा रहा है। साथ ही सिर्फ चयनितों द्वारा दिए गए नियुक्ति पत्र के आधार पर किसी को ज्वाइन न कराया जा उस दिशा में कदम उठाए गए हैं।

-डॉ। वंदना शर्मा

निदेशक, उच्च शिक्षा

Posted By: Inextlive