पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट को पलीता लगा रहा स्वास्थ्य विभाग
-प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना में हजारों महिला लाभार्थियों की तीसरी किश्त का भुगतान रुका
-सीएमओ ने रोक दी कई कर्मचारियों की सैलरी -पीएम के फेवरेट प्रोजेक्ट्स में शामिल है ये योजना PRAYAGRAJ: स्वास्थ्य विभाग प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना को लेकर एक्टिव नहीं है। यही वजह है कि योजना की हजारों लाभार्थियों का फॉलोअप नहीं होने से उनकी तीसरी किश्त का भुगतान रुक गया है। इसकी शिकायत होने पर सीएमओ ने जिम्मेदार कर्मचारियों व अधिकारियों को दोषी ठहराते हुए उनकी सैलरी रोकने का आदेश दे दिया है। माताओं को नहीं मिला उनका हकयोजना के तहत गर्भवती महिलाओं को पांच हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है। जच्चा-बच्चा दोनों को तमाम इलाज, टीकाकरण के साथ-साथ उनका पूरा फॉलोअप किया जाता है। गर्भवती होने के 90 दिन में पहली किश्त एक हजार, फिर डिलीवरी पर दूसरी किश्त दो हजार और फिर जच्चा-बच्चा दोनों के टीकाकरण आदि के बाद आखिरी किश्त दो हजार की जाती है। इस तरह से पांच हजार रुपए की आर्थिक सहायता माताओं को की जाती है। लेकिन बीस फरवरी को हुई समीक्षा में पाया गया कि 7598 लाभार्थी माताओं की तीसरी किश्त उनके खाते में नहीं पहुंची है।
किसकी गलती से हुई प्रॉब्लम-सीएमओ की ओर से इस लापरवाही पर ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजर और डीसीपीएम की सैलरी रोके जाने का आदेश दे दिया है।
-लेकिन सोर्सेज का कहना है कि शहरी एरियाज में योजना की हालत बहुत अच्छी नहीं है। -शहर की 1229 लाभार्थियों की तीसरी किस्त उनके खाते में नहीं पहुंच सकी है। -इसकी वजह, लाभार्थी माताओं का ठीक से फॉलोअप नहीं किया जाना है। -यह पता नहीं किया गया कि उनको कितने टीके लगे हैं और बच्चों की सेहत कैसी है। -जच्चा-बच्चा का फार्म भी नहीं भरवाया गया, जिससे किस्त रोकनी पड़ गई। फैक्ट फाइल 63944 अब तक रजिस्टर्ड लाभार्थी 7598 लाभार्थी जिनकी रुकी है तीसरी किश्त यहां इतने लाभार्थियों की रुकी है रकम ब्लॉक लाभार्थी संख्या मेजा 210 फूलपुर 209 शंकरगढ़ 236 उरुवा 257 बहादुरपुर 244 चाका 269मऊआइमा 267
सैदाबाद 311 धनुपुर 307 होलागढ़ 299 हंडिया 336 सोरांव 331 प्रतापपुर 340 मांडा 358 जसरा 344 बहरिया 376 कोरांव 408 कौंधियारा 411 करछना 403 कौडि़हार 457 अर्बन 1225 टोटल 7598 बॉक्स बेहतर नहीं है स्थितिबेहतरीन योजना के ऐसे हालात की वजह से ही जिले में मातृ और शिशु मृत्यु दर के आंकड़ों में सुधार नहीं हो रहा है। पूरे यूपी में प्रयागराज में जच्चा-बच्चा की सेहत में सुधार की कवायद चलाई जा रही है। पीएम ने खुद इसीलिए मातृत्व वंदन योजना की शुरुआत की थी। उनकी मंशा थी कि जच्चा और बच्चा दोनों की सेहत बेहतर होगी तो मृत्यु दरों में गिरावट आएगी। इसके लिए उन्होंने आर्थिक सहायता देने का भी प्रावधान किया है।