आई इम्पैक्ट

मेयर व नगर आयुक्त ने जारी किया टेंडर निरस्तीकरण का आदेश

शहर के नालों की सफाई का गरुणा इंटर प्राइजेज ने ले रखा था टेंडर

अब दूसरी एजेंसी को सौंपी जाएगी नाला सफाई की जिम्मेदारी

ALLAHABAD: बारिश का मौसम सिर पर है। घुमड़ रहे बादल कभी भी बरस सकते हैं। फिर भी अभी तक शहर के नालों की सफाई नहीं हो पाई है। आधे से अधिक नाले से गंदगी से पटे हैं। आदेश और धन जारी होने के बाद बाद आउटसोर्सिग पर लगाए गए कर्मचारी भी नाले की सफाई नहीं कर सके। इस बात का खुलासा मंगलवार के अंक में दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने 'नाला सफाई में मशीन का खेल' खबर पब्लिश किया तो हड़कंप मच गया। खबर को संज्ञान में लेते हुए मेयर अभिलाषा गुप्ता और नगर आयुक्त ने लापरवाही बरतने वाली एजेंसी का टेंडर निरस्त करने का आदेश जारी कर दिया है।

आदेश की हुई अनदेखी

नाला सफाई में बरती जा रही लापरवाही को देखते हुए नगर आयुक्त हरिकेश चौरसिया के साथ मेयर ने 14 से 28 जून तक शहर के बड़े नालों की मैनुअली सफाई कराने का आदेश दिया था। इस का का डेंटर प्राइवेट एजेंसी गरुणा इंटर प्राइजेज ने लिया था। शहर के पांचों जोन में 20-20 कर्मचारियों की टीम लगाकर नाला सफाई के आदेश इस एजेंसी को दिए गए थे। लेकिन एजेंसी ने 14 से 28 जून तक आउटसोर्सिग पर कर्मचारियों को लगाया ही नहीं। किसी जोन में एक दिन तो किसी जोन में केवल दो दिन कुछ कर्मचारियों को ही भेजा। एजेंसी द्वारा नाला सफाई कराया जा रहे हैं या नहीं, यह जानने के लिए मंगलवार को नगर आयुक्त खुद रियलिटी चेक करने निकले। उन्होंने जोन एक का निरीक्षण किया। जोनल अधिकारी से कर्मचारियों के बारे में जानकारी ली। उन्हें पता चला कि एरिया में कहीं भी आउटसोर्सिग कर्मचारी नहीं दिखाई दिए।

पैसा था पर नहीं हुआ काम

शहर के जान चौक एरिया के पार्षद सत्येंद्र चोपड़ा का आरोप है कि उनके वार्ड में आज तक एक भी दिन आउटसोर्सिग कर्मचारियों को लगाकर नाला सफाई नहीं कराई गई। पूर्व मेयर के घर के पास का नाला, लोकनाथ का नाला, कल्याणी देवी मंदिर के पीछे का नाला सहित आदि स्थानों के नाले चोक हैं। बीट के कर्मचारियों से ही एक्स्ट्रा वर्क कराकर नाला साफ कराया जा रहा है। जबकि नाला सफाई के लिए मोटी धनराशि एजेंसी को अवेलेबल करा दी गई है।

नाला सफाई में लापरवाही बरतने वाली एजेंसी का टेंडर निरस्त करते हुए पेमेंट रोकने का आदेश जारी कर दिया गया है। निरीक्षण में पाया गया कि एजेंसी द्वारा सफाई कार्य में लापरवाही बरती गई है। इसकी हकीकत मैंने खुद देखी है।

हरिकेश चौरसिया, नगर आयुक्त

कई दिनों से एजेंसी की लापरवाही सामने आ रही थी। अब लापरवाही का खुलासा होने के बाद गरुणा इंटर प्राइजेज का टेंडर निरस्त कर दूसरे एजेंसी को काम देने और तत्काल सभी जोन में 25-25 कर्मचारी लगाकर नाला सफाई का आदेश पर्यावरण अभियंता राजीव राठी को दिया है।

अभिलाषा गुप्ता, मेयर नगर निगम

Posted By: Inextlive