-अपनी लाइसेंसी पिस्टल से दाहिनी कनपटी पर खुद को मारी गोली

-दारागंज मोरी स्थित पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी स्थित कमरे में दी जान

PRAYAGRAJ: दारागंज स्थित पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव आशीष गिरी (43) ने रविवार सुबह सुसाइड कर लिया। बताया जाता है वह लंबे अरसे से गंभीर बीमारी से पीडि़त थे और इसी बीमारी से आजिज आकर उन्होंने अपनी जान दे दी। कनपटी पर दाहिनी तरफ लगी पिस्टल की गोली बाई ओर से पार हो गई थी। अखाड़ा के दूसरे फ्लोर पर स्थित कमरे में बिस्तर पर उनका पार्थिव शरीर पड़ा हुआ था।

घटना की खबर अखाड़े से बाहर निकली तो हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि सहित डीआईजी व पुलिस विभाग के तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए। छानबीन व पूछताछ के बाद अफसरों व अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने बताया कि बीमारी से तंग आकर उन्होंने खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया। जिस पिस्टल से उन्होंने सुसाइड किया है उसका लाइसेंस उन्हीं के नाम से था। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल का मुआयना किया। पोस्टमार्टम के बाद देर शाम संगम घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।

पिछले कई साल से थे सचिव

आशीष गिरि बालपन में ही घरबार छोड़ कर संत हो गए थे। बताते हैं कि पिछले कई साल से वह पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव थे। बतौर सचिव वह अखाड़े की जिम्मेदारियों बखूबी निर्वहन करते आ रहे थे। अखाड़े के दूसरे फ्लोर पर उनका कमरा था। आसपास के कमरों में अखाड़े के अन्य साधु संत रहते हैं। फ‌र्स्ट फ्लोर पर बने कमरों में भी साधु संत ही रहते हैं। रोज की तरह रविवार भोर वह उठे और स्नान-ध्यान के बाद अपने कमरे में चले गए। इस बीच अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष से उनकी फोन पर भी बात हुई। अध्यक्ष नरेंद्र गिरि ने उन्हें नाश्ते के लिए बुलाया। उन्होंने कहा कि वह थोड़ी देर में उनके पास आ रहे हैं। इसके बाद करीब साढ़े आठ बजे तक सब कुछ सामान्य था।

देर शाम हुआ अंतिम संस्कार

इस बीच किसी काम से संत अशोक गिरि उनके कमरे में गए तो वहां के हालात देख दंग रह गए। उनका पार्थिव शरीर बिस्तर पर पड़ा हुआ था। यह देख वह चीख पड़े। उनकी आवाज सुन अन्य संत भी जा पहुंचे। उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस व अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष को दी। खबर मिली तो अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष सहित तमाम पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। अखाड़े के अन्य संत महात्माओं से पूछताछ व जांच पड़ताल की गई। इस दौरान अफसरों को पता चला कि वह बीमारी की वजह से काफी परेशान थे। इसी से तंग आकर उन्होंने अपनी जान दे दी। डॉक्टरों के पैनल ने उनके पार्थिव शरीर का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम के बाद संगम किनारे उनका अंतिम संस्कार किया गया। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष सहित एसपी सिटी, सीओ दारागंज, इंस्पेक्टर दारागंज पुलिस पुलिस फोर्स के साथ अंतिम संस्कार होने तक मौजूद रहे।

पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया है। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बीमारी की वजह से वह काफी परेशान रहा करते थे। घटना की सूचना अखाड़ा के संत अशोक गिरि ने पुलिस को दी थी।

-बृजेश कुमार श्रीवास्तव, एसपी सिटी

वह काफी समय से बीमार चल रहे थे। उनकी किडनी में प्रॉब्लम थी। बीमारी की वजह से वह काफी परेशान रहा करते थे। इसी से तंग आकर उन्होंने खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया। घटना से पूरा संत समाज गमगीन है।

-नरेंद्र गिरि

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष

Posted By: Inextlive