-फेस्टिवल सीजन में हॉस्टलर्स के लिए खाने की व्यवस्था बनती है बड़ी मुसीबत

-प्रतियोगी परीक्षाओं के कारण बड़ी संख्या में हॉस्टल में रह रहे है कई स्टूडेंट्स

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PRAYAGRAJ: फेस्टिवल सीजन में हर तरफ सेलिब्रेशन का माहौल है। स्कूलों से लेकर कॉलेजेज तक में छुट्टियां हो चुकी हैं। लेकिन इस शहर में बड़ी संख्या में ऐसे स्टूडेंट्स भी हैं जो त्योहार के बावजूद खुशियों से महरूम हैं। यह प्रतियोगी परीक्षार्थियों का वह तबका जो परीक्षाओं के दबाव में घर नहीं जा सका है। जब तमाम लोग घर पर पकवानों का लुत्फ उठा रहे होते हैं हॉस्टल में दिन गुजारने इन स्टूडेंट्स को ढंग का खाना भी नसीब नहीं हो पाता। कुछ ऐसे ही स्टूडेंट्स से दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने बात की।

हॉस्टल में नहीं होती खाना बनाने की सुविधा

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के विलियम हॉलैंड हॉल में रहने वाले अजय सिंह ने बताया कि दीपावली के मौके पर चार-पांच दिन बहुत प्रॉब्लम होती है। वजह, हॉस्टल में हीटर या गैस सिलिंडर यूज करने की पूरी तरह से मनाही है। ऐसे में खाने का इंतजाम बाहर से ही करना पड़ता है। लेकिन इन दिवाली की इन पांच दिन की छुट्टियों बाहर से खाना मिलना भी मुश्किल हो जाता है। खाना बनाने वाले तमाम लोग दिवाली के चलते मिठाई की दुकानें सजा लेते हैं। ऐसे में खाना ढूंढना किसी कवायद से कम नहीं होता।

ऑन लाइन खाना मंगाने का भी नहीं बजट

एलएलबी के छात्र अजय सिंह ने बताया कि कई प्रतियोगी परीक्षाएं होने वाली हैं। ऐसे में घर जाना सम्भव नहीं है। इसलिए मजबूरी में इन दिक्कतों को झेलना पड़ेगा। आज के दौर में ऑनलाइन फूड ऑर्डर करने की सुविधा भी है। लेकिन ज्यादातर स्टूडेंट्स के पास इसके लिए बजट नहीं है। अपना दर्द जाहिर करते हुए स्टूडेंट्स कहते हैं कि हर स्टूडेंट फाइनेंशियली इतना स्ट्रांग नहीं है। ऐसे में ऑनलाइन खाना ऑर्डर करना सबके वश की बात नहीं है। इस वजह से कई बार तो ऐसी नौबत आ जाती है कि सिर्फ चाय और नाश्ते के सहारे दिन गुजारना पड़ता है।

वर्जन

पीसीएस 2017-प्री की परीक्षा 15 दिसम्बर को होनी है। ऐसे में यह समय बेहद खास है। घर जाना रिस्की हो सकता है और तैयारियों पर भी इसका असर पड़ेगा। ऐसे में यहीं रहकर तैयारी करना जरूरी है।

-अजय सिंह

एलएलबी, सेकेंड इयर

दीपावली पर करीब पांच दिन तक छुट्टियां रहती हैं। ऐसे में फेस्टिवल में सिर्फ चाय और नाश्ता ही सहारा होता है। ऐसा नहीं है कि खाना नहीं मिलता है, लेकिन उसके लिए कई किलोमीटर दूर जाना पड़ेगा।

-राहुल सिंह, एलएलबी सेकेंड इयर

हॉस्टल में भी हीटर या गैस रखने की सुविधा नहीं है। इस वजह से मुसीबत होती है। लेकिन इसकी तरफ किसी का ध्यान नहीं जाता है। ऐसे में मजबूरी में दोस्तों के साथ चाय-नाश्ते से समय बिताते हैं।

-जीतू सिंह, पीजी डिप्लोमा

तीन-चार दिन बस ऐसे ही हॉस्टल के अंदर रहकर बिताने है। मार्केट में भी हॉस्टल के आस-पास कुछ खास चीजें नहीं मिलती है। जो है भी वह भी मिठाई बेचते हैं। कितनी मिठाई खाई जाएगी।

-अंकुर सिंह, एमए फाइनल

Posted By: Inextlive