-जीएसटी की खामियों से परेशान व्यापारियों ने एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 के सामने रखी समस्याएं

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PRAYAGRAJ: उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार कल्याण समिति के नेतृत्व में कॉपी व्यवसायी कल्याण समिति, प्रयाग स्टेशनरी एसोसिएशन, इलाहाबाद टिम्बर एसोसिएशन, इलाहाबाद जनरल मर्चेट, प्रयाग तेल एसोसिएशन आदि व्यापार मंडलों के सदस्यों व पदाधिकारियों ने गुरुवार को एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 एके राय से मुलाकात कर समस्याएं बताई। कहा कि जब तक व्यापारियों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा, तब तक जीएसटी सफल नहीं हो पाएगा। क्योंकि जीएसटी की जटिलताओं से व्यापारी आज भी परेशान हैं।

बढ़ती जा रही हैं समस्याएं

समिति के अध्यक्ष सतीश चंद्र केसरवानी व संयोजक संतोष पनामा ने एडिशनल कमिश्नर को दिए गए ज्ञापन में व्यापारियों की समस्याओं का जिक्र किया। कहा कि जीएसटी में व्यापारियों की समस्याएं लगातार बढ़ती ही चली जा रही हैं। कहा कि जीएसटी में सबसे बड़ी समस्या व्यापारियों की किसी भी प्रॉब्लम का लोकल लेवल पर सॉल्यूशन न होना है। केवल केंद्रीय बॉडी जीएसटी काउंसिल को प्रॉल्ब्लम सॉल्व करने का अधिकार है।

मिसमैच को वित्तीय वर्ष समाप्त होने के बाद कैसे सुधार किया जाए, इसका कोई भी विकल्प एनुअल रिटर्न फॉर्म-9 में नहीं आया। जबकि ट्रेनिंग के वक्त बताया गया था कि एनुअल रिटर्न दाखिल करने तक सुधार किया जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ऑटो पॉपुलेटेड फॉर्म 2-ए में कोई खरीद गलत आ जाती है, जिसका हमारी खरीद से कोई संबंध नहीं है। न तो उसका पेमेंट किया गया और न ही उसका आईटीसी ली गई, तो उसका सुधार कैसे होगा? इस समस्या का समाधान करने का कोई विकल्प नहीं है। यदि किसी व्यापारी के यहां जांच होती है तो जांच के समय जो स्टॉक पाया जाता है, वह व्यापारी के खरीद से संबंधित होता है। उस पर टैक्स और पेनाल्टी का आंकलन कैसे किया जाएगा।

केके अग्रवाल व सुशील गुप्ता ने 45-13 की नोटिस पर व रिट्यूंड के मामलों में आपत्ति की। व्यापारियों की समस्या सुनने के बाद एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 ने कहा कि व्यापारियों की शिकायतों व समस्याओं का समाधान कराया जाएगा। इस दौरान व्यापारी गया प्रसाद, बाबू लाल, केके अग्रवाल, कैलाश बिहारी अग्रवाल, राजेश केसरवानी, शौकत भाई, कृपाशंकर पांडेय, बालकृष्ण अग्रवाल, दिलीप केसरवानी, जयकृष्ण गुप्ता, आशीष गोयल आदि व्यापारी मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive