अधिवक्ता की पत्नी और साले का बयान दर्ज
-गौसनगर स्थित अधिवक्ता मो। इदरीस के किराए के मकान की भी ली गई तलाशी
-परिजनों के बयान और कमरे की तलाशी में भी पुलिस को नहीं मिला कातिलों का सुरागPRAYAGRAJ: अधिवक्ता मोहम्मद इदरीस की हत्या के तीसरे दिन पुलिस ने पत्नी आयशा व साले अशरफ का बयान दर्ज किया। पुलिस ने दोनों से करीब तीन घंटे तक अलग-अलग पूछताछ की। इन दोनों के अलावा अधिवक्ता के पिता सुबराती सहित परिवार के अन्य लोग भी रविवार को थाने पहुंचे थे। इनकी मौजूदगी में करेली थाने और क्राइम ब्रांच की टीम गौसनगर पहुंची। यहां उसके किराए वाले कमरे में भी छानबीन की गई। जांच टीम द्वारा कमरे में हर एंगल से नजर दौड़ाई गई। शाम करीब पांच बजे पुलिस की टीम देख मोहल्ले के लोगों की भीड़ लग गई। पुलिस ने वहां पहुंचे पड़ोसियों से भी घटना के बाबत छानबीन की। मगर पुलिस के हाथ कोई ठोस सुबूत नहीं लगे हैं।
शाम पांच बजे परिजन पहुंचे थाने
-करेली पुलिस अधिवक्ता के परिजनों को रविवार सुबह 11 बजे ही थाने पर पहुंचना था। -किन्हीं कारणों से वह शाम करीब पांच बजे थाने पहुंचे। -इसके बाद बाद पुलिस अधिवक्ता की पत्नी आयशा व साले अशरफ को अलग-अलग कमरे में ले गई।-बंद कमरे के अंदर दोनों का करीब तीन घंटे तक पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा बयान लिया गया।
-इसके बाद पुलिस ने वकील के पिता सुबराती से भी पूछताछ की। -इन तीनों में से किसी एक से भी पुलिस को कुछ नया क्लू नहीं मिला। -सूत्र बताते हैं कि वकील की पत्नी व उसके साले बयान में कातिलों को चोर ही बताते रहे। कमरे पर भी पहुंची पुलिस बयान के बाद परिजनों को लेकर गौसनगर पहुंची पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने उसके कमरे का ताला खोला। किराए के इस मकान में हर कमरे की टीम द्वारा गहन छानबीन की गई। कमरे के अंदर भी टीम को कातिलों का कोई सुराग नहीं मिला। बता दें कि करेली एरिया के गौसनगर में किराए पर कमरा लेकर परिवार संग रहने वाले अधिवक्ता इदरीस मूल रूप से लालापुर थाना क्षेत्र के सेमरी तरहार गांव के निवासी थे। बारा एरिया के सेहुड़ा गांव निवासी बुआ के यहां उनकी परवरिश हुई थी। पिता सुबराती सउदी अरब में रहते हैं। गौसनगर में 31 अक्टूबर की रात गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद से ही पुलिस केस की जांच में जुटी हुई है।अधिवक्ता की पत्नी व साले के साथ पिता के भी बयान लिए गए हैं। मगर कातिलों तक पहुंचने के कोई खास क्लू नहीं मिले। जांच पूरी होने तक कुछ भी कहना संभव नहीं है।
-बृजेश कुमार श्रीवास्तव, एसपी सिटी