आरटीई में प्रयागराज ने मारी बाजी
1100 के करीब लॉटरी के जरिए बच्चों का हुआ था चयन
727 बच्चों के चयन के जरिए हुए एडमिशन ------------ पिछले तीन साल की स्थिति सेशन स्कूल संख्या एडमिशन संख्या 2017-18 63 422 2018-19 121 510 2019-20 193 723 -------------- पिछले तीन साल में जारी बजट सत्र बजट 2016-17 392432017-18 10,77,550
2018-19 42,80,950 टोटल 53,97,743 -------------- इन मानकों पर अव्वल रहा जिला - शहर के पांच बड़े स्कूलों के नाम - शुल्क प्रतिपूर्ति की स्थिति- आरटीई के अन्तर्गत बच्चों के चयन का मापदंड
- 2017-18 से ऑनलाइन ईयरली एडमिशन डिटेल -------- ये स्कूल एडमिशन में रहे अव्वल स्कूल लॉटरी में चयनित संख्या कुल एडमिशन डीपी गर्ल्स इंग्लिश मीडियम 22 22 अर्नी मेमोरियल स्कूल 10 08 तरुवर पब्लिक स्कूल 06 06 दयानंद पब्लिक स्कूल 17 17 एमवीएस कालिंदीपुरम 19 19स्वामी विवेकानंद प्राइमरी स्कूल 17 17
------------- -सूबे के सभी जिलों में अव्वल रहा प्रयागराज जिला -आईटीई के अनुरूप सभी मानकों का हुआ पालन prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: राइट टु एजूकेशन को फॉलो कराने के लिए शासन की तरफ से लगातार कोशिशें की जा रही हैं। इसके जरिए आर्थिक रूप से बच्चों को अच्छे स्कूलों में पढ़ने का मौका दिया जा रहा है। इसके लिए शासन के निर्देश पर पांच मानक बनाए गए थे। पिछले दिनों इसको लेकर शासन में सभी जिलों के बीएसए की मीटिंग हुई। इसमें प्रयागराज जिला मानकों को पूरा करने में अव्वल रहा। जिले में आईटीई के अनुरूप ऑनलाइन प्रॉसेस फॉलो करते हुए आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों का लॉटरी के जरिए चयन किया गया। इसके बाद उनका एडमिशन प्रॉसेस पूरा किया गया। ज्यादातर स्कूलों ने पूरे किए मानकआईटीई के अनुपालन को लेकर खंड शिक्षा अधिकारी नगर ज्योति शुक्ला ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बारे में स्कूलों को कड़ाई से रूल्स फॉलो करने के निर्देश दिए गए थे। इनमें ज्यादातर स्कूलों ने निर्देशों का पालन किया। पिछले दिनों शासन में हुई मीटिंग के दौरान मानकों को पूरा करने को लेकर सभी चीजें दुरुस्त मिलीं। जबकि अन्य कई जिलों में खामियों को लेकर शीर्ष अधिकारियों ने नाराजगी जाहिर की थी। इस मामले में प्रयागराज अव्वल रहा। इसको लेकर तारीफ भी हुई। सत्र 2018-19 के दौरान आईटीई के अन्तर्गत जिले में 42,80,950 रुपए का बजट जारी किया गया है।
आईटीई के अनुपालन को लेकर स्कूलों को कड़ाई से रूल्स फॉलो करने के निर्देश दिए गए थे। इनमें ज्यादातर स्कूलों ने निर्देशों का पालन किया। पिछले दिनों शासन में हुई मीटिंग के दौरान मानकों को पूरा करने को लेकर सभी चीजें दुरुस्त मिलीं। -ज्योति शुक्ला खंड शिक्षा अधिकारी