इविवि में दूसरे दिन भी जारी रही strike, campus में मौजूद रहे VC पर कोई बातचीत नहीं

आन्दोलन के अगुवा नेताओं को शो काज नोटिस, दो दिन में दाखिल करें जवाब

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी कैम्पस थर्सडे से शुरू हुई कर्मचारियों की हड़ताल से सकते में आ गया है। इसके पीछे बड़ा कारण लगातार कैम्पस में एक के बाद एक हो रहा बवाल है। एयू एडमिनिस्ट्रेशन ने हजारों कर्मचारियों की हड़ताल को तोड़ने के लिये अब इम्पलाईज यूनियन पर जबरदस्त दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इसके लिये पूरे आन्दोलन के अगुवा प्रमुख नेताओं में शामिल संयुक्त कर्मचारी परिषद के संयोजक डॉ। संतोष सहाय और महामंत्री हरे कृष्ण द्विवेदी को शो काज नोटिस थमा दी गई है। जिसमें उनसे कहा गया है कि वे कैम्पस में अराजकता का माहौल बना रहे हैं।

आजाद व उसके साथियों ने किया था हमला

दोनो प्रमुख नेताओं को दी गई नोटिस में कहा गया है कि हड़ताल से एकेडमिक, एडमिनिस्ट्रेटिव और प्रैक्टिकल एग्जाम बाधित हो रहे हैं। रजिस्ट्रार ने नोटिस का जवाब दो दिन में देने के लिये कहा है। इससे पहले फ्राईडे को पूरे दिन हजारों की संख्या में कर्मचारियों ने आर्ट फैकेल्टी में अपनी हड़ताल जारी रखी। इस दौरान साइंस फैकेल्टी से जुलूस निकाला गया और वीसी के लिये बुद्धि-शुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया। बता दें कि 01 मार्च को छात्रनेता राणा यशवंत प्रताप सिंह आजाद और उसके कुछ साथियों ने अध्यक्ष डॉ। संतोष सहाय पर अल्लापुर में हमला कर दिया था।

बाक्स

खुद नहीं करेंगे पहल

जिसके बाद कर्मचारियों ने इविवि में अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी। उनका आरोप था कि वीसी प्रो। आरएल हांगलू के करीबी छात्रनेता राणा यशवंत आजाद ने कर्मचारियों के आन्दोलन को तोड़ने के लिये वीसी की शह पर कर्मचारी नेता पर हमला बोला। हालांकि, वीसी ने घटना के बाद से आक्रोशित कर्मचारियों के बीच आकर खुद पर लग रहे आरोपों पर पक्ष साफ करने की अभी तक कोई कोशिश नहीं की है। इससे गुस्साये कर्मचारियों ने भी कह दिया है कि वे अपनी तरफ से वीसी से वार्ता की पहल नहीं करेंगे।

बाक्स

चार सदस्यीय कमेटी को लौटाया

इधर, कर्मचारियों के प्रदर्शन की अगुवाई छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित मिश्रा, उपाध्यक्ष अदील हमजा, सूर्य प्रकाश के अलावा प्रमुख कर्मचारी नेता पूर्व अध्यक्ष हौसला प्रसाद, अध्यक्ष छोटे लाल मौर्य, कानन दास गुप्ता, मुश्ताक अहमद, अशोक सिंह, सुरेश ओझा, पुनीत मालवीय आदि ने की। कर्मचारियों की मांगों के निस्तारण के लिये एयू ने एक चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। जिसका कन्वीनर प्रो। एसडी द्विवदी को बनाया गया है। कमेटी के गठन के बाद प्रो। द्विवेदी कर्मचारियों के बीच वार्ता के लिये पहुंचे तो उन्होंने यह कहते हुये इंकार कर दिया कि उनके आन्दोलन को लीड कर रहे छात्रसंघ अध्यक्ष के बाद ऐसी कोई आधिकारिक सूचना नहीं आई है। ऐसे में वे वार्ता नहीं करेंगे।

बाक्स

Attendance register की मांगी फोटो कांपी

इधर, संयुक्त कर्मचारी परिषद ने सभी कॉलेजेस के छात्रसंघ और कर्मचारी संघ से भी हड़ताल को समर्थन देने की अपील की है। इसमें सीएमपी और इलाहाबाद डिग्री कॉलेज कर्मचारी संघ के पदाधिकारी फ्राईडे को अपना समर्थन देने कर्मचारियों के बीच आये और सभा को संबोधित किया। इधर कर्मचारियों को जानकारी मिली है कि विवि प्रशासन ने उनको प्रेशर में लेने के लिये सभी विभागों से कर्मचारियों के अटेंडेंस रजिस्टर की फोटो कांपी मांगी है।

कर्मचारी अपनी मांगों के लिए नाजायज हड़ताल पर चले गए हैं। विवि प्रशासन किसी भी प्रकार के दुर्वयव्हार और किसी भी प्रकार की हिंसा का समर्थन नहीं करता। इस तरह की घटनायें एक सभ्य समाज में पूरी तरह से अस्वीकार्य हैं। कर्मचारियों से सौहार्दपूर्ण माहौल में काम शुरू करने की अपील की गई है। जो भी गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होगा। उसके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।

प्रोफेसर योगेश्वर तिवारी,

पीआरओ इलाहाबाद यूनिवर्सिटी

हम इविवि में व्याप्त तानाशाही, भ्रष्टाचार और अराजकता के लिये वीसी को उत्तरदायी मानते हैं। जब तक वीसी इस्तीफा नहीं देते, आन्दोलन जारी रहेगा।

रोहित मिश्रा,

अध्यक्ष छात्रसंघ

छात्र कर्मचारियों की जायज मांग को लेकर चल रही लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर साथ देगा। अब हम किसी भी स्थिति में पीछे नहीं हटने वाले।

अदील हमजा,

उपाध्यक्ष छात्रसंघ

कुलपति द्वारा हमारी आवाज को दबाने के लिये गुंडों का इस्तेमाल करना उनकी हताशा और बौखलाहट को दर्शाता है। हम इस लड़ाई में दबाव में नहीं आने वाले।

डॉ। संतोष सहाय,

संयोजक

जब जब कर्मचारी और छात्र एक हुये हैं। तब तब विवि प्रशासन को झुकना पड़ा है। इस बार भी यही होगा। उन्हें जिस भाषा में बात समझ में आती है। उन्हें उसी भाषा में हम जवाब देंगे।

छोटे लाल मौर्य,

उपाध्यक्ष

रजिस्ट्रार ने शो काज नोटिस भेजी है। जिसमें हम पर अराजकता फैलाने की बात कही गई है। कर्मचारी शांतिपूर्ण तरीके से हड़ताल कर रहे हैं। वीसी को कर्मचारियों के बीच आकर अपना पक्ष रखना चाहिये। हम वार्ता की पहल नहीं करेंगे।

हरे कृष्ण द्विवेदी,

महामंत्री

Posted By: Inextlive