ALLAHABAD : आखिर वही हुआ जिसका डर था. हॉस्टल खाली कराने को लेकर शुरू हुआ धरना प्रदर्शन अंतत: हिंसक रूप ले लिया. वीसी को उनके ऑफिस से निकालने के फिराक में पुलिस फोर्स ने बल का प्रयोग किया तो हॉस्टलर्स का आक्रोश फूट पड़ा. उन्हें कंट्रोल करने की पुलिस की कोशिश हॉस्टलर्स के आक्रोश को बढ़ाती गई. नतीजा पलक झपकते ही माहौल हिंसक हो गया. लाठी चार्ज और पत्थरबाजी में पुलिस ऑफिसर्स और गल्र्स स्टूडेंट्स सहित कई हॉस्टलर्स को गंभीर चोटें आईं. तोडफ़ोड़ के साथ आधा दर्जन गाडिय़ोंं को आग के हवाले कर दिया गया.


दर्जनों बार हुई हॉट-टॉकवीसी ऑफिस के सामने वेडनसडे को शुरू हुआ हॉस्टलर्स का उग्र धरना प्रदर्शन थर्सडे को भी जारी था। वह वीसी को उनके ऑफिस से बाहर नहीं निकलने दे रहे थे। हॉस्टलर्स का कहना था कि जब तक उनकी डिमांड पूरी नहीं की जाती वह वीसी को उनके ऑफिस से नहीं निकलने देंगे। धरना प्रदर्शन के दौरान जब-जब वीसी को उनके ऑफिस से निकालने की कोशिश की गई, हॉस्टलर्स ने पुलिस का जमकर विरोध किया। पिछले दो दिनों में पुलिस ने ये कोशिश लगभग एक दर्जन बार की होगी और हर बार उसे हॉस्टलर्स का उग्र विरोध झेलना पड़ा। भड़क उठे hosteller


पुलिस और हॉस्टलर्स के बीच दिन भर से चल रहा हॉट-टॉक शाम तकरीबन पौने सात बजे उस समय उग्र हो गया, जब पुलिस ने वीसी को उनके ऑफिस से निकालने का पूरा मन बना लिया। पुलिस ने इसके लिए जब हॉस्टलर्स पर प्रेशर बनाया तो वह तोडफ़ोड़ पर उतारू हो गए। इसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। फिर क्या था? हॉस्टलर्स ने अपना आपा खो दिया और उनके हाथ में ईंट पत्थर जो मिला फेंकना शुरू कर दिया। स्थिति बिगड़ते देख पुलिस ने कई चक्र आंसू गैस के गोले छोड़े।हंगामे के बीच निकल गए वीसी

पुलिस और हॉस्टलर्स के बीच हो रहे बवाल के बीच पुलिस फोर्स की एक टीम ने वाइस चांसलर प्रो। एके सिंह, डीएसडब्ल्यू प्रो। आरके सिंह व चीफ प्रॉक्टर प्रो। माताअम्बर तिवारी सहित अन्य यूनिवर्सिटी ऑफिसर्स को सुरक्षित बाहर निकालकर उनके आवास तक पहुंचा दिया। सोर्सेज के मुताबिक एहतियातन उनके आवास पर भी सुरक्षा व्यवस्था टाइट कर दी गई है। दो दिन से चल रही थी आंख मिचौलीहॉस्टल खाली कराने को लेकर पिछले दो दिनों से हॉस्टलर्स और इलाहाबाद यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के बीच आंख मिचौली चल रही थी। हॉस्टलर्स जहां 30 जून के पहले हॉस्टल खाली करने को तैयार नहीं थे वहीं एयू एडमिनिस्ट्रेशन कभी कुछ तो कभी कुछ बयान जारी कर रहा था। थर्सडे को एयू एडमिनिस्ट्रेशन ने एक सप्ताह का एक्स्ट्रा टाइम देने का एनाउंसमेंट जरूर किया, लेकिन हॉस्टलर्स की डिमांड मानने को वह किसी भी कीमत पर तैयार नहीं हुए। Decision पर कायम हैं

एयू एडमिनिस्ट्रेशन हॉस्टल खाली कराने के मामले में अपने डिसीजन पर कायम है। पीआरओ प्रो। पीके साहू के मुताबिक हॉस्टलर्स को यूनिवर्सिटी का एग्जाम (जिसके लिए उन्हें हॉस्टल एलॉट किया गया है) देने के एक सप्ताह के अंदर अपना रूम खाली करना होगा। विशेष परिस्थिति में उन्हें एक सप्ताह का अतिरिक्त समय दिया जाएगा। इसके लिए उन्हें वाजिब कारण प्रस्तुत करना होगा। इसके साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़े यूनिवर्सिटी के लीगल हॉस्टलर्स पर वीसी की ओर से गठित तीन सदस्यीय समिति विचार कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।यूनिवर्सिटी बंद लेकिन परीक्षाएं होंगीथर्सडे को हुए बवाल के बाद देर शाम यूनिवर्सिटी को दो दिनों के लिए 27 और 28 अप्रैल को बंद करने की घोषणा कर दी गई। पीआरओ प्रो। पीके साहू के अनुसार इन दो दिनों में यूनिवर्सिटी में कोई एक्टिविटी नहीं होगी लेकिन इसका असर इन दो दिनों में होने वाले एग्जाम्स पर नहीं पड़ेगा। इन्हें निर्धारित समय पर सम्पन्न कराया जाएगा।

Posted By: Inextlive