-फाफामऊ में गोली के शिकार बने इनकम टैक्स कर्मचारी की हत्या का खुलासा

-पत्नी ने ही प्रेमी के साथ मिलकर रची थी हत्या की साजिश

-कत्ल में शामिल दो शूटर समेत कुल पांच अभियुक्त गिरफ्तार, पिस्टल बरामद

PRAYAGRAJ: एक मिसकॉल से हुई मोहब्बत ने पूरे परिवार की खुशियां तबाह कर डालीं। जीहां, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में सेक्शन बाबू संजय पाल की हत्या का पुलिस ने वर्कआउट कर लिया। इस दौरान जो कहानी सामने आई है, वह दिल दहला देने वाली है। पुलिस के मुताबिक संजय की पत्नी ने ही अपने प्रेमी धीरज के साथ मिलकर पति की हत्या कराई थी। पत्नी राजेश्वरी ने पुलिस से पूछताछ में बताया कि कुछ साल पहले धीरज का मिसकॉल आया था। इसके बाद धीरे-धीरे दोनों में बातचीत होने लगी और मामला इश्क तक पहुंच गया। इधर संजय को अपनी पत्नी शक होने लगा था। इससे वह अपनी पत्नी से मारपीट भी करने लगा था। इसी से तंग आकर राजेश्वरी ने धीरज से संजय को रास्ते से हटाने के लिए कहा था।

23 अक्टूबर को हुई थी वारदात

पुलिस लाइंस स्थित सभागार में एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि मृतक संजय पुत्र बलराम पाल मूल रूप से मिर्जापुर के निवासी थे। प्रयागराज में पोस्टिंग थी तो वह शिवकुटी में अपट्रान चौराहे के पास रहते थे। घटना के दिन थरवई क्षेत्र के बहमलपुर गांव निवासी साढ़ू के यहां तेरही का निमंत्रण कर लौट रहे थे। बाइक उनका चचेरा भाई चला रहा था और वह पीछे बैठे थे। फाफामऊ स्थित 40 नंबर गुमटी से चंद कदम आगे हेलमेटधारी बाइक सवारों ने उन्हें गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। साथ रहे चचेरे भाई ने घटना की खबर पुलिस को दी थी।

गोहरी से पकड़े गए शातिर

केस के खुलासे को लेकर पुलिस एक्टिव थी। एसएसपी ने कहा कि मामले में सर्विलांस/ इंटेलीजेंस टीम को भी लगाया था। टीम ने गोहरी तिराहे से मृतक संजय की पत्नी राजेश्वरी व उसके प्रेमी धीरज मौर्या उर्फ इंटू व निवासी राजापुर गंगानगर थाना कैंट, सत्येंद्र शुक्ला निवासी सिसवां मऊआइमा हालपता गंगानगर राजापुर कैंट, आशुतोष सिंह उर्फ आशू निवासी ढेमा थाना मानधाता हालपता गंगा बाल विद्या मंदिर के पास रसूलाबाद शिवकुटी, करन गौतम निवासी तोरई का पूरा जेठवारा प्रतापगढ़ गिरफ्तार किया।

मिसकॉल से परवान चढ़ा था इश्क

-पूछताछ में संजय की पत्नी राजेश्वरी ने पुलिस को बताया कि उसका धीरज मौर्य से प्रेम सम्बंध है।

-कुछ साल पूर्व मोबाइल पर धीरज का मिसकॉल आया था। इसके बाद दोनों में बातचीत होने लगी।

-बातचीत का सिलसिला आगे बढ़ा तो दोनों एक-दूसरे से इश्क करने लगे।

-इस बीच संजय को अपनी पत्नी पर शक होने लगा था।

-इस बात को लेकर दोनों में आए दिन विवाद हुआ करते थे, इससे राजेश्वरी तंग आ चुकी थी।

-इससे परेशान होकर उसने धीरज से कहा कि वह उसको संजय को छुटकारा दिलाए।

-मामला फिक्स होने के बाद भाड़े पर शूटर लिए गए।

-राजेश्वरी ने प्रेमी संग मिलकर फाफामऊ में जमीन ली थी, शूटर आशुतोष व सत्येंद्र को जमीन बेच कर पैसे देने का वादा किया था।

-वादे पर भरोसा कर दस हजार रुपए कैश लेकर आशुतोष व सत्येंद्र ने संजय की हत्या कर दी।

-धीरज मौर्य पर सिविल लाइंस व सोरांव में कुल चार हत्या, हत्या के प्रयास व लूट के मुकदमे दर्ज हैं।

-आशुतोष कर्नलगंज में हुए राजेश मर्डर केस में भी शामिल था उस पर सोरांव में भी हत्या व ए‌र्म्स एक्ट दर्ज है

-सत्येंद्र पर सोरांव थाने में हत्या सहित कई अन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं

-राजेश्वरी ने अपने मृत पति पर कई अन्य महिलाओं से संबंध होने का भी आरोप लगाया है।

Posted By: Inextlive