जिंदगी संवारने आई थी, 'जिंदगी' से हार गई
-नेट की तैयारी के लिए देवरिया से आई थी प्रियंका
-कर्नलगंज स्थित गर्ल्स हॉस्टल के कमरे छात्रा का फंदे से लटकता मिला शव नेट की तैयारी के लिए देवरिया से आई थी प्रियंका -कर्नलगंज स्थित गर्ल्स हॉस्टल के कमरे छात्रा का फंदे से लटकता मिला शवPRAYAGRAJ: PRAYAGRAJ: वह जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए प्रयागराज आई थी। इरादा था कि तैयारी कर सफलता की राह में कदम बढ़ाएंगी। लेकिन अचानक जाने क्या हुआ कि जिंदगी से हार मान बैठीं। फ्भ् वर्षीय प्रियंका मिश्रा का शव सोमवार को कर्नलगंज स्थित एक गर्ल्स हॉस्टल में कमरे में लटकता पाया गया। हर रोज अलसुबह उठ जाने वाली प्रियंका के कमरे का दरवाजा जब बहुत देर तक नहीं खुला तो वहां रहने वाली छात्राओं ने हॉस्टल मालकिन को जानकारी दी। हॉस्टल मालकिन ने वहां पहुंचकर जैसे ही खिड़की पर धक्का दिया, वह खुल गई। इसके बाद अंदर का नजारा देख सभी दंग रह गए। खबर मिलते ही पहुंचे यूनिवर्सिटी चौकी इंचार्ज अशोक कुमार ने मौके का जायजा लिया। फॉर्मेलिटीज पूरी करने के बाद उन्होंने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
महाविद्यालय का मैनेजर है पति -देवरिया जिले के भटनी गांव निवासी प्रियंका के पति अमित मिश्र सीता देवी महाविद्यालय के मैनेजर हैं।-जानकारी के मुताबिक अमित का पहली पत्नी से डिवोर्स हो गया था। प्रियंका से उनकी दूसरी शादी हुई थी।
-शादी के बाद प्रियंका को दो बेटे हुए। पढ़ाई में स्मार्ट प्रियंका पिछले करीब छह माह से नेट की तैयारी करने के लिए प्रयागराज में थीं। -यहां कर्नलगंज एरिया स्थित कए गर्ल्स हॉस्टल में वह किराए पर रह कर तैयारी में जुट गई। -उनके दोनों बच्चे परिवार के साथ भटनी में रहते थे। चार बहनों में नहीं है कोई भाई प्रियंका के मोबाइल में दर्ज नंबरों के जरिए परिजनों को खबर दी गई। प्रियंका चार बहनों में बड़ी थी, उसके कोई भाई नहीं हैं। जानकारी हुई तो उसके बुआ के लड़के राकेश मिश्र व कुछ रिश्तेदार कर्नलगंज थाने पहुंचे। प्रियंका की बहन रेखा मिश्रा पत्नी मंजुल मिश्रा अल्लापुर में किराए पर रहती हैं। मऊ जनपद निवासी रेखा के पति मंजुल यहां प्राथमिक विद्यालय में टीचर हैं। घटना की वजह को लेकर इन सभी ने भी अनभिज्ञता जताई है। -------- उठ रहे हैं कई सवाल -प्रियंका एक वेल ऑफ फैमिली से बिलांग करती है। ऐसे में पैसे की कमी जैसा कोई इश्यू नहीं था। फिर उसने सुसाइड जैसा कदम क्यों उठाया?-अगर उसको फांसी लगानी थी तो फिर उसने दरवाजा अंदर से बंद क्यों नहीं किया?
-अगर उसके इतने क्लोज रिलेटिव्स यहां रहते थे तो फिर वह कमरा किराए पर लेकर क्यों रहती थी? मौके पर चौकी इंचार्ज को भेजा गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह फांसी बताई गई है। यह सच है कि कमरा अंदर अंदर से खुला था। यदि परिजन कोई तहरीर देंगे रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। -अरुण कुमार त्यागी, इंस्पेक्टर कर्नलगंज