-आदेश के बाद भी बोर्ड परीक्षा के कापियों के मूल्यांकन में नहीं है सुरक्षा के इंतजाम

-मूल्यांकन केन्द्रों पर परीक्षकों के बीच के डिस्टेंशन को लेकर बने नियम भी नहीं हो रहा फॉलो

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PRAYAGRAJ: कोरोना के महामारी का रूप लेने के बाद से ही हर तरफ इससे बचने के लिए सभी प्रकार के अरेजमेंट किए जा रहे हैं। यूपी बोर्ड परीक्षा के बाद सोमवार से मूल्यांकन शुरू हो गया। ऐसे में मूल्यांकन के दौरान कोरोना को लेकर जारी एडवाइजरी के अनुसार व्यवस्था की जांच के लिए दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने सिटी के विभिन्न मूल्यांकन केन्द्रों की जायजा लिया। जिससे वहां कोरोना से बचने के लिए उठाए जा रहे कदमों की हकीकत पता चल सके। शासन के निर्देश के बाद भी मूल्यांकन केन्द्रों पर मौजूद व्यवस्था देखकर कोई भी चौंक सकता था।

मूल्यांकन केन्द्रों पर नहीं दिखी खास व्यवस्था

सिटी में बोर्ड परीक्षा की कापियों के मूल्यांकन के लिए कुल 10 मूल्यांकन केन्द्र बनाए गए है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने कई मूल्यांकन केन्द्रों का जायजा लिया। इस दौरान केपी इंटर कालेज में पहले दिन परीक्षक और डीएचई मूल्यांकन कार्य में जुटे दिखे। जबकि स्कूल के अंदर सैनेटाइजर या अन्य किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं दिखी। इस बारे में जब स्कूल प्रशासन से पूछा गया तो उन्होंने इसके लिए कोई अतिरिक्त बजट नहीं होने की बात कही। उन्होंने बताया कि बगैर बजट के इतनी संख्या में कहां से कोई सैनेटाइजर या टीचर्स व डीएचई को सैनेटाइज करने के लिए सामानों की व्यवस्था की जाए। राजकीय इंटर कालेज में भी टीचर्स के डिटॉल साबून की व्यवस्था की गई थी। वहां भी इससे अधिक इंतजाम नहीं दिखा। ऐसे में टीचर्स की सुरक्षा भगवान भरोसे ही कही जा सकती है।

मानक के अनुरूप टीचर्स के बीच नहीं दिखा डिस्टेंस

कोरोना वायरस को देखते हुए निर्देश दिया था कि मूल्यांकन के दौरान परीक्षकों के बीच कम से कम एक मीटर की दूरी बनी रहे। लेकिन सेंटर्स पर इसको लेकर भी जागरुकता नहीं दिखी। केपी इंटर कालेज, राजकीय इंटर कालेज, राजकीय ग‌र्ल्स इंटर कालेज समेत अन्य कालेजों में भी टीचर्स आस-पास बैठकर कापियों के मूल्यांकन करते दिखे। ऐसे में टीचर्स में भी जागरुकता का अभाव दिखा। सेंटर्स पर भी टीचर्स को शासन के आदेश की जानकारी देने के लिए भी कोई मौजूद नहीं दिखा। जिससे टीचर्स किसी भी खतरे से अंजान होकर अगल-बगल बैठकर कापियों के मूल्यांकन कार्य करते दिखे।

मार्केट में नहीं तो कहां से लाए

राजकीय ग‌र्ल्स इंटर कालेज में प्रिंसिपल डॉ। इंदू सिंह ने अपनी ओर से टीचर्स के सेनेटाइजर की व्यवस्था की थी। उन्होंने बताया कि मार्केट में सेनेटाइजर ही नहीं है। ऐसे में जितना मिल सका उतने ही सेनेटाइजर और लिक्विड शोप व अन्य सामान एकत्र किए है। जिससे परीक्षकों की सुरक्षा की जा सके। उन्होंने बताया कि कोई फंड नहीं होने के बाद भी डीआईओएस के निर्देश पर ये व्यवस्था की गई है। जिससे अलग-अलग स्कूलों से आने वाले परीक्षकों को किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो सके।

सभी मूल्यांकन केन्द्रों पर सैनेटाइजर व अन्य सामनों को रखने का निर्देश दो दिन पहले ही दिया गया था। अगर ऐसा मामला है तो तत्काल इसकी जांच कराकर व्यवस्था करायी जाएगी। किसी भी प्रकार की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

-आरएन विश्वकर्मा, डीआईओएस

Posted By: Inextlive