-बाढ़ प्रभावित एरिया में है सबसे ज्यादा दिक्कत

-दर्जनों लोग डेंगू के साथ ही वायरल फीवर के हैं शिकार

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PRAYAGRAJ: शहर पर डेंगू का कहर बरपा हुआ है। लेकिन साफ-सफाई का कोई इंतजाम नहीं है। जिस नगर निगम के जिम्मे शहर में सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी है, वह सो रहा है। आलम यह है कि तमाम वार्ड में डेंगूु ने पैर पसार रखे हैं। कुछ वार्डो में तो डेंगू के चलते लोगों की मौत भी हो चुकी है। इसके बावजूद अभी तक न तो फॉगिंग की कोई व्यवस्था हुई है और न ही एंटी लार्वा छिड़कने की प्लानिंग बनी है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट के रियलिटी चेक में कुछ यूं सामने आई शहर में सफाई की हकीकत

एलनगंज में लगा है कचरों का ढेर

एलनगंज वार्ड बाढ़ प्रभावित एरियाज में से एक है। सितंबर और अक्टूबर में इसका 90 प्रतिशत एरिया बाढ़ में डूबा हुआ था। बाढ़ का पानी कम होने के बाद वार्डो की सफाई तो हुई। लेकिन बस कुछ दिनों तक ही व्यवस्था चकाचक रही। बाढ़ का मलबा साफ करने का दावा तो किया गया, लेकिन आज भी कई मोहल्लों में कचरे का ढेर लगा हुआ है। ढरहरिया निवासी कोचिंग संचालक कमलेश यादव, छोटा बघाड़ा निवासी विनोद शर्मा, रामप्रिया रोड निवासी ऋषभ मौर्या डेंगू के चपेट में हैं। प्राइवेट हॉस्पिटल में अपना ट्रीटमेंट करा रहे हैं। कुछ दिन पहले डेंगू के चपेट में आने से यहां एक स्टूडेंट की मौत हो गई थी।

संक्रामक बीमारियों के साथ ही डेंगू फैलने की जानकारी नगर निगम अधिकारियों को काफी पहले दी जा चुकी है। इसके बाद भी सफाई पर फोकस नहीं है। बाढ़ की गंदगी अभी भी वार्ड में है। नए अधिकारियों को कोई परवाह नहीं है।

-नितिन यादव

पार्षद, ऐलनगंज

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मेडिकल कॉलेज क्षेत्र में भी 'डेंगू' से डरे हैं लोग

मेडिकल कॉलेज क्षेत्र में 13 दिन पहले एमजी मार्ग छीतपुर में रहने वाले वेटर सप्लायर जुगेश कुमार की डेंगू के चपेट में आने से मौत हो गई थी। वहीं छीतपुर एमजी रोड निवासी योगेश सिंह डेंगू से पीडि़त हैं। हालत अधिक बिगड़ने पर सहारा हॉस्पिटल लखनऊ में ट्रीटमेंट करा रहे हैं। वहीं जगत तारन कॉलेज के सामने सागर पेशा में रहने वाले शिव प्रसाद सिंह मेडिकल कॉलेज में ट्रीटमेंट करा रहे हैं। डेंगू की वजह से एक की मौत और कई लोगों के बीमार हो जाने की वजह से वार्ड के लोग डरे हुए हैं। इसके चलते वार्ड में अफरा-तफरी की स्थिति बनी हुई है।

लोग डेंगू से इतने डरे हुए हैं कि हल्के फीवर को भी डेंगू मान ले रहे हैं। वायरल फीवर व अन्य संक्रामक बीमारियां भी फैली हुई हैं। सफाई व्यवस्था पर कोई विशेष ध्यान न होने से लोग परेशान हैं। नगर निगम के अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।

-आकाश सोनकर

पार्षद, वार्ड 56

मेडिकल कॉलेज क्षेत्र

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सलोरी का नाला कब होगा साफ

सलोरी भी बाढ़ प्रभावित एरियाज में से एक है। यहां पर इन दिनों वायरल इंफेक्शन फैला हुआ है। पुलिस विभाग में तैनात राकेश सिंह कुछ दिनों पहले डेंगू की चपेट में आ गए थे। राकेश सिंह तो ठीक हो गए, लेकिन कई और भी ऐसे लोग हैं जो किसी न किसी बीमारी की चपेट में हैं। पार्षद मंजीत कुमार का कहना है कि सलोरी का नाला वार्ड के लोगों के लिए सबसे बड़ी समस्या बन गया है। इसकी सफाई बाढ़ के बाद अब तक नहीं हुई है।

अक्टूबर और नवंबर में संक्रामक बीमारियां सबसे ज्यादा फैलती हैं। इस दौरान सफाई व्यवस्था पर विशेष फोकस करने की जरूरत होती है। लेकिन नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। फॉगिंग और सफाई के नाम पर बस केवल खानापूर्ति हो रही है।

-मंजीत कुमार

पार्षद, सलोरी

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व्यापारियों के गढ़ मुट्ठीगंज में भी फैली बीमारियां

पुराने शहर का मुट्ठीगंज वार्ड व्यापारियों का गढ़ कहा जाता है। इसके बाद भी यहां पर पिछले कई महीनों से सफाई व्यवस्था ध्वस्त है। जबकि इस वार्ड से थोड़ी दूर पर ही बगल वाले वार्ड में मेयर का आवास है। मुट्ठीगंज वार्ड के विजयपुर कोठी, कालीबाड़ी, साधोगंज मंडी, हटिया खटिकान, गौतम सिनेमा के सामने, भोलेगीर मंदिर के सामने रहने वाले कई परिवारों के लोग डेंगू और वायरल फीवर के चपेट में हैं। इसको लेकर कई बार शिकायतें भी दर्ज कराई गई हैं, लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं होती।

यहां की समस्याओं को लेकर नगर निगम अधिकारियों से दर्जनों बार कंप्लेंट की जा चुकी है। लेकिन इसके बावजूद सफाई व्यवस्था कहीं से भी सुधरने का नाम नहीं ले रही है। इसके बाद भी नालों की सफाई को लेकर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। इस वजह से वार्ड के लोग काफी ज्यादा परेशान हैं।

-रुचि गुप्ता

पार्षद, मुट्ठीगंज

Posted By: Inextlive