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साइबर फ्रॉड से संबंधित केसेज इस साल अक्टूबर तक दर्ज हुए

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लोग साइबर फ्रॉड से रिलेटेड केसेज में किए गए नामजद

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लोगों को गिरफ्तार करते हुए पुलिस ने केस का खुलासा किया

-ऑनलाइन शापिंग करने वालों को साइबर शातिर बना रहे हैं निशाना

-बुकिंग में गड़बड़ी बता भेजे गए लिंक पर क्लिक करने की दे रहे सलाह

mukesh.chaturvedi@inext.co.in

PRAYAGRAJ: हम डिजिटल व‌र्ल्ड की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं। यहां सबकुछ ऑनलाइन हो रहा है। लेकिन ऑनलाइन शॉपिंग और ऑनलाइन पेमेंट में सिक्योरिटी से जुड़े तमाम इश्यूज हैं। आपकी जरा सी लापरवाही आपको बड़ा चूना लगा सकती है। पिछले पांच-छह महीनों में सिटी में ऐसे केसेज में तेजी से इजाफा हुआ है। इन केसेज में साइबर शातिरों ने अकाउंट से पैसे उड़ा दिए।

केस-1

फाफामऊ के सुरेश कुमार सोनकर ने ऑनलाइन बुकिंग के जरिए सामान मंगाया था। इसके कुछ दिन इनके पास एक फोन आया। इसमें कहा गया कि आपने जो बुकिंग कराई है उसमें प्रॉब्लम है। हम आपके मोबाइल पर एक लिंक भेज रहे हैं। इस लिंक पर क्लिक करने के बाद आपको बुकिंग कराने का फॉर्मेट मिलेगा। इसी के हिसाब से बुकिंग कराइए। जब लिंक पर क्लिक किया तो कोई फॉर्मेट तो सामने नहीं, अलबत्ता कुछ ही घंटों में बैंक अकाउंट से 40 हजार रुपए कट गए।

केस-2

तेलियरगंज के स्वरूप सिंह के साथ भी करीब ऐसा ही हुआ। ऑनलाइन बुकिंग के कुछ दिन बाद फोन पर बताया गया कि मोबाइल पर लिंक भेजा गया है। इस लिंक पर क्लिक करके बुकिंग सही ढंग से कीजिए। जैसे ही लिंक पर क्लिक किया थोड़ी देर बाद मोबाइल पर मैसेज आया। मैसेज चेक किया तो पता चला कि अकाउंट से बैलेंस कट चुका है।

बदलते वक्त के साथ बदल रहे पैटर्न

-क्रिमिनल्स ने साइबर क्राइम के नए पैटर्न ढूंढ लिए हैं।

-साइबर एक्सप‌र्ट्स की मानें तो ऑनलाइन शॉपिंग के वक्त लोग फ‌र्स्ट इंफॉर्मेशन देते हैं।

-ऐसा करते ही साइबर शातिरों के पास सारी जानकारी पहुंच जाती है।

-इसके बाद वे ग्राहक के मोबाइल पर मैसेज भेज के जरिए लिंक भेजते हैं। लिंक भेजने के थोड़ी देर बाद वे कॉल करते हैं।

-फिर कहते हैं कि आपका ऑर्डर प्रॉपर वे में नहीं है। हम लिंक भेज रहे हैं, इस पर क्लिक करके ऑर्डर सही कीजिए।

-कस्टमर जैसे ही लिंक पर क्लिक करते हैं बैंक से अमाउंट डिडक्ट हो जाती है।

इस तरह बरतें सावधानी

-किसी भी अननोन परसन को फोन पर बैंक से सम्बंधित कोई डिटेल न दें।

-ऑनलाइन शॉपिंग से मंगाया सामान जब तक खुद देख न लें सामान न दें।

-ऑनलाइन शॉपिंग में बुकिंग में गड़बड़ी बताने वाले किसी लिंक पर क्लिक न करें।

-ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले खुद पूरी तरह से एश्योर हो लें।

-किसी भी अनजान कंपनी या एप से कोई सामान न खरीदें। जो विश्वसनीय और बड़े ब्रांड हैं, उन्हीं पर भरोसा करें।

-अगर आप बिजनेसमैन हैं तो ऐसा कोई भी ऑर्डर देते वक्त अपने सर्किल के अन्य बिजनेसमैन से भी पूछताछ करें।

-ऑनलाइन पेमेंट करने से बचें। कोशिश करें कि पेमेंट ऑन डिलीवरी का ऑप्शन चुनना पड़े।

आधुनिक संसाधन जितने उपयोगी हैं उतने खतरनाक भी हैं। इसलिए इसका प्रयोग सतर्कता से करना ही उचित है। साइबर शातिर लगातार पैंतरे बदल रहे हैं। शिकायतें भी तेजी से बढ़ी हैं। ज्यादातर फ्राड की शिकायतें इन दिनों ऑनलाइन शॉपिंग से सम्बंधित आ रही हैं।

-आशुतोष मिश्र, एसपी क्राइम

Posted By: Inextlive