RANCHI : आजसू सुप्रीमो और रांची लोकसभा सीट से पार्टी कैंडीडेट सुदेश कुमार महतो एग्जाम में शामिल हुए बगैर ही पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएट हो गए हैं। चुनाव की इस बेला में उनपर गंभीर आरोप लगे हैं। यह सब आरोप लगानेवाले हैं आम आदमी पाटी से जुड़े और आरटीआई एक्टिविस्ट सुनील महतो।

नहीं दिया था एग्जाम

सुनील महतो ने जो मीडियाकर्मियों को जो दस्तावेज सौंपा है उसके मुताबिक सुदेश कुमार महतो ने अपने शपथ-पत्र में खुद को ख्0क्क्-क्फ् सत्र में नालंदा ओपेन यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में पीजी बताया है। नालंदा यूनिवर्सिटी की वेबसाइट के अनुसार इस सेशन की खंड एक की परीक्षा दो अप्रैल ख्0क्ख् को पटना में हुई थी। उस दिन सुदेश कुमार महतो ने खेल-मंत्री रहते हुए तीरंदाज निशा रानी दत्ता को अपने आवास में ख्भ् हजार रुपए का चेक सौंपा था। नौ अप्रैल ख्0क्ख् को छठे पेपर की परीक्षा हुई, लेकिन इस दिन भी सुदेश महतो जल संसाधन विभाग द्वारा राजकीय संग्रहालय सभागार होटवार में जल छाजन के विषय पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर चीफ गेस्ट भाषण दे रहे थे। पीजी खंड-ख् की परीक्षा क्9-8-ख्0क्फ् को हुई, उस दिन सुदेश महतो रांची के पास ओरमांझी में आयोजित शहीद प्रेम शमीम की पुण्यतिथि कार्यक्रम में चीफ गेस्ट के रूप में उपस्थित थे। ख्7-08-ख्0क्फ् को संपन्न क्ब्वें पेपर की परीक्षा के दिन सुदेश कुमार महतो रांची के इटकी में आजसू पार्टी द्वारा आयोजित मिलन समारोह में बतौर चीफ गेस्ट उपस्थित थे। सुनील महतो ने सवाल उठाया है कि कोई भी व्यक्ति एक ही समय में रांची और पटना दो जगहों पर कैसे उपस्थित रह सकता है।

क्या है सुदेश के विधानसभा क्षे˜ा की हालत?

शिक्षा में सिल्ली है पीछे

सिल्ली ब्लॉक में एक से लेकर 8वीं क्लास में क्भ्फ्म्ख् स्टूडेंट्स और क्फ्म् टीचर्स हैं। यानी क्क्फ् छात्रों पर एक टीचर हैं। जबकि शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत क्लास क् से लेकर भ् तक प्रत्येक कक्षा में एक टीचर पर फ्0 स्टूडेंट्स होना चाहिए।

महिला सशक्तीकरण का यही है मॉडल

सुदेश कुमार महतो सरकारी परियोजनाओं के तहत बनी महिला समितियों को पार्टी से जोड़कर वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करते हैं, लेकिन पिछले क्ब् सालों में कोई भी महिला समिति आज तक स्वावलंबी नहीं बनी है। साल ख्0क्ख् के गूंज महोत्सव में सैकड़ों स्टालों में से एक भी स्टॉल सिल्ली की किसी भी महिला समिति का नहीं था।

स्पो‌र्ट्स यूनिवर्सिटी के नाम पर खुद पर लाखों खर्च

सुनील महतो ने आरोप लगाया है कि झारखंड सरकार में खेल-मंत्री रहते हुए सुदेश महतो खेल विश्वविद्यालय बनाने की घोषणा करके इसके अध्ययन के लिए फ्रांस ओर जर्मनी की यात्रा की। यात्रा में लाखों रुपए खर्च हुए थे, लेकिन अध्यन के बाद स्पो‌र्ट्स यूनिवर्सिटी बनाने की बात तो दूर आजतक तक इसका प्रतिवेदन तक उपलब्ध नहीं है। वहीं केंद्र से मिले पैसों का भी हिसाब उपलब्ध नहीं है।

कार्यक्रम में काले धन का इस्तेमाल

ख्ब्-09-ख्0क्ख् को राहे के डोमनडी में कोकरो समृद्धि उत्सव के नाम पर भव्य आयोजन किया गया था। जब विभाग से सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी गई तो विभाग ने कार्यक्रम के आयोजन से इंकार कर दिया। अब सवाल यह उठता है कि क्या इसमें काले धन का इस्तेमाल किया गया था?

जमीन पर जबरन कब्जा का आरोप

सुदेश महतो ने 8-क्-ख्008 को मानिक महतो से सिल्ली, तिरला में फ्.8ब् एकड़ जमीन अपने नाम रजिस्ट्री कराई, जिसका खरीद मूल्य मात्र क् लाख 8ख् हजार रुपए था। सुदेश महतो ने यह जमीन हिंडालको कंपनी को लीज में दी और क्.ब्ब् लाख रुपए महीने सुदेश के खाते में आ रहे हैं। जबकि जमीन का मूल मालिक मानिक महतो है, जो रात्रि प्रहरी का काम करता है। सुदेश महतो ने ख्009 में इस जमीन का बाजार मूल्य क्0 लाख दर्शाया था। इस बार भी उन्होंने इसकी कीमत क्0 लाख ही बताई है।

Posted By: Inextlive