हिटलर के भोजन करने के पूर्व उसके टेस्टर उसे चखते थे ताकि पता चल सके कि कहीं भोजन में कोई जहर तो नहीं मिलाया गया है. मगर एस्ट्रोजेन की मिलावट को पकडऩा संभव नहीं था.


जर्मनी के तानाशाह एडोल्फ हिटलर की आक्रमकता को कम करने के लिए उसके खाने में फीमेल सेक्स हार्मोन मिलाने की साजिश रची गई थी. यह साजिश सेकेंड वल्र्ड वॉर के दौरान ब्रिटिश जासूसों ने रची थी. ऐसे करके वे सख्त हिटलर के नेचर को महिलाओं की तरह सॉफ्ट करना चाहते थे. हालांकि वह इसमें कामयाब नहीं हुए.

बहन की तरह बन जाता
इस राज का खुलासा ‘सीक्रेट वेपंस: टेक्नोलॉजी, साइंस एंड द रेस टु विन द वल्र्ड वॉर 2’ नामक एक बुक में किया गया है. इस बुकके राइटर कार्डिफ यूनिवर्सिटी के प्रो. ब्रायन फोर्ड हैं. उन्होंने लिखा है कि जर्मनी के खिलाफ लडऩे वाले देश हिटलर के भोजन में महिला के हार्मोन एस्ट्रोजन की डोज मिलाना चाहते थे. वे हिटलर को उनकी बहन पॉला वूल्फ की तरह नरम स्वभाव का बनाना चाहते थे.

Tasters भी नहीं पकड़ सकते थे

फोर्ड के अनुसार एस्ट्रोजेन का चयन इसलिए किया गया क्योंकि यह स्वादहीन होता है और इसका असर काफी धीमा होता है. इसे भोजन में मिलाने केबावजूद हिटलर के टेस्टर नहीं पकड़ सकते थे.

गौरतलब है कि हिटलर के भोजन करने के पूर्व उसके टेस्टर उसे चखते थे ताकि पता चल सके कि कहीं भोजन में कोई जहर तो नहीं मिलाया गया है. मगर एस्ट्रोजेन की मिलावट को पकडऩा संभव नहीं था. इसका असर तो महीनों बाद दिखने वाला था. डेली मेल ने फोर्ड के हवाले से लिखा है कि ब्रिटेन ने इस योजना पर गंभीरता से
विचार किया था और इस काम को अंजाम देने के लिए ब्रिटिश जासूसों ने सारी तैयारी कर ली थी.

Posted By: Divyanshu Bhard