आवंटियों को कब्जा दिलाने के लिए हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद प्रशासन बेबस

डीएम-एसएसपी ने किसान नेता विजयपाल घोपला को मनाया

टंकी पर चढ़े किसानों और महिलाओं को राजी कर उतारा

Meerut । आशियाना का सपना देख रहे मेरठ विकास प्राधिकरण के हजारों आवंटियों को दीवाली पर मायूसी मिली। किसान आंदोलन से जिला प्रशासन के घुटने टेकने के साथ ही आवंटियों की उम्मीद फिर टूट गई। दिनभर चले घटनाक्रम के बाद डीएम-एसएसपी ने सबकुछ संभाल लिया। किसानों की सभी मांगों को मान लिया गया। हालांकि शताब्दीनगर एन्क्लेव योजना के पीडि़त आवंटियों को कब्जा दिलाने के आदेश हाईकोर्ट के हैं, बाद इसके जिला प्रशासन का बैकफुट पर आना कहीं न कहीं कोर्ट के आदेश की अवहेलना भी है। कोर्ट ऑफ कंटेम्प्ट पर 14 नवंबर को सुनवाई होगी।

6 दिन से चल रहा था धरना

शताब्दीनगर एन्क्लेव योजना के आवंटी कृष्ण मोहन प्रसाद सिन्हा समेत 9 आवंटियों के पक्ष में गत दिनों हाईकोर्ट ने फैसला देते हुए आवंटित प्लाट पर कब्जा दिलाने के आदेश दिए। आदेशों का अनुपालन नहीं हुआ तो आवंटी पक्ष ने हाईकोर्ट में कंटेम्प्ट दाखिल कर दिया। कंटेम्प्ट पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने प्रमुख सचिव गृह, प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी विकास, मेरठ डीएम, एमडीए उपाध्यक्ष के खिलाफ आरोप पत्र जारी करते हुए आवंटियों को कब्जा दिलाने का आदेश दिया। जिसपर एमडीए की टीम गत 18 अक्टूबर को शताब्दीनगर एन्क्लेव पहुंची, जहां किसानों ने एमडीए की टीम को दौड़ा दिया और जेसीबी के साथ तोड़फोड़ कर दी।

चल रहा आंदोलन

18 अक्टूबर से ही किसान नेता विजयपाल घोपला अनशन पर बैठ गए तो एक दर्जन से अधिक महिलाएं और पुरुष शताब्दीनगर सेक्टर 4 स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए। बुधवार को एनएच 58 को जाम करने की घोषणा के बाद पुलिस-प्रशासन में खलबली मच गई। आनन-फानन में एसीएम कमलेश कुमार गोयल, सीओ चक्रपाणि त्रिपाठी पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे और किसानों को मनाने का प्रयास किया। किंतु किसान राजी नहीं हुए जिसपर एडीएम सिटी अजय कुमार तिवारी, एसपी सिटी डॉ। एएन सिंह धरनास्थल पर पहुंचे। करीब 2 घंटे की कवायद के बाद जिला प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाकर किसान फिर भड़क गए और ट्रैक्टर-ट्राली हाईवे पर कूच करने के लिए चल दीं।

डीएम-एसएसपी पहुंचे

किसान धरना स्थल पर डीएम को बुलाने पर अड़े थे तो वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वीडियो कांफ्रेंसिंग के चलते इंतजार 3 घंटे बढ़ गया। करीब 5 बजे डीएम-एसएसपी शताब्दीनगर पहुंचे। यहां किसानों से मुलाकात के बाद वे सीधे विजयपाल घोपला से मिलने घोपला गांव चले गए। यहां मंदिर में 10 मिनट की बातचीत के बाद जिला प्रशासन ने किसान नेता को अनशन तोड़ने के लिए मना लिया। डीएम-एसएसपी ने जूस पिलाकर विजयपाल का अनशन तुड़वाया, जिसके बाद डीएम-एसएसपी सेक्टर 4 स्थित टंकी पर पहुंचे। यहां अधिकारियों ने सभी मांगे मानने का ऐलान किया, जिसके बाद किसान और महिलाएं टंकी से उतरे। दिनभर चले हाईवोल्टेज हंगामे के बाद किसानों के आंदोलन के आगे जिला प्रशासन ने घुटने टेक दिए।

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किसानों की मांगों को मान लिया गया है। अतिरिक्त प्रतिकर के संबंध में एक प्रत्यावेदन शासन को भेजा जाएगा। शासन के निर्देशों के अनुपालन में अग्रिम कार्यवाही होगी।

-अनिल ढींगरा, डीएम, मेरठ

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अतिरिक्त प्रतिकर और मुआवजा दरों में विसंगतियों को लेकर किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। डीएम ने भरोसा दिलाया है कि एमडीए द्वारा किसी भी तरह का अधिग्रहण नहीं किया जाएगा।

-विजयपाल घोपला, किसान नेता

Posted By: Inextlive