सावन के तीसरे सोमवार को भी शहर के शिवमंदिरों में उमड़े भक्त

ALLAHABAD: सावन के तीसरे सोमवार को शिव मंदिरों में आस्था की भीड़ उमड़ पड़ी। मनकामेश्वर मंदिर और कोटेश्वर महादेव में भोर की मंगला आरती के बाद कपाट खुला तो भगवान शिव का पूजन-अर्चन करने के लिए भक्तों की लम्बी कतार लगी रही। रिमझिम बारिश भी भक्तों की आस्था के आगे हार गई। भगवान शिव का अभिषेक करने के लिए भक्तों में होड़ लगी रही तो दशाश्वमेध मंदिर, नागवासुकि मंदिर, सोमेश्वर महादेव, तक्षक तीर्थ व नागेश्वर महादेव सहित अन्य मंदिरों में दिनभर बोल बम का जयकारा गूंजता रहा।

'कन्हैया'-'भूकंप' की जंग

मेडिकल कालेज चौराहे से लेकर सीएमपी डिग्री कालेज तक छह-छह बार सरपट दौड़ते अनोखे नाम वाले घोड़ों की रफ्तार ने लोगों को अचंभित कर दिया। प्रयाग गहरेबाजी संघ के अध्यक्ष बदरे आलम का 'कन्हैया' पहले ही राउंड से अन्य प्रतिद्वंद्वियों से आगे निकल चुका था। उसके पीछे विष्णु महाराज का 'रॉकेट' और लालजी यादव का भूकंप रफ्तार के साथ चल रहे थे। फैज का 'बादल', बबलू सम्राट का 'उड़ी बाबा', अनूप यादव का 'बाहुबली', पप्पू बेली का 'रुस्तम' और 'सुल्तान' ने भी रफ्तार की बाजीगरी दिखाई लेकिन कन्हैया व सुल्तान के साथ ही रॉकेट के करीब नहीं पहुंच सके।

Posted By: Inextlive