-अमृत सिद्ध योग में पड़ रही मौनी अमावस्या का है विशेष योग

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PRAYAGRAJ: सोमवार को पड़ रही मौनी अमावस्या पर भगवान शंकर और सोम का संयोग बन रहा है। यह संयोग इसे काफी खास बना रहा है। सोमवार भगवान शंकर का वार है और इस दिन पड़ने वाला पर्व काफी खास हो जाता है और इसे सोमवती अमावस्या भी कहा जाता है। ज्योतिष विद्वानों का कहना है कि ऐसे संयोग कम बनते हैं और जब बनते हैं तो बड़ा प्रभाव छोड़ जाते हैं। स्नान दान की इस विशेष तिथि पर अमृत सिद्ध योग भी बन रहा है जो मानव जाति पर पॉजिटिव एनर्जी का प्रवाह करेगा क्योंकि इस बार 71 वर्ष बाद महोदय योग बन रहा है।

 

ऐसे बन रहा है योग

ज्योतिष विद्वान डॉ। श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि प्रयास में कुंभ स्थान के लिए मौनी अमावस्या का योग काफी अद्भुत बन रहा है। इस योग में स्नान दान के साथ साथ किया गया धार्मिक कार्य पूर्ण फल देने वाला होता है। इस बार अमावस्या के साथ-साथ सोमवती अमावस्या का अद्भुत संयोग बन रहा है। सोमवती और मौनी अमावस्या पर महोदय योग बन रहा है। इस रविवार की रात 22.51 मिनट से ही अमावस्या लग गई जो सोमवार की रात 12.52 तक है। श्रवण नक्षत्र भी रात 4.44 तक है और साथ ही श्रवण नक्षत्र, व्यतिपात योग और सर्वार्थ अमृतसिद्धि योग भी बन रहा है। हालांकि सामान्य रूप से भी सर्वार्थ अमृतसिद्धि योग विशेष होता है, लेकिन कुंभ होने से इसका महत्व और भी बढ़ गया है।

 

इस बार की मौनी अमावस्या काफी फलदायक है। इसे मिस नहीं करें। स्नान दान के साथ धार्मिक अनुष्ठान करें जिससे सर्व मनोकामना पूरी होगी।

-डॉ। श्रीपति त्रिपाठी, संस्थापक

मार्तण्ड ज्योतिष

 

71 वर्ष बाद इस बार मौनी अमावस्या पर संयोग बन रहा है। प्रमुख नदियों में स्नान से काफी अभीष्ठ फल की प्राप्ति होगी।

-आचार्य योगेश पांडेय, ज्योतिष विद्वान

Posted By: Inextlive