अमरनाथ यात्रा की शुरुआत 30 जून से हो रही है। इस यात्रा पर लाखों श्रद्घालु जाते हैं। ऐसे में इन तीर्थयात्रियों के लिए प्रशासन ने एक गाइडलान जारी की है। आइए जानें अमरनाथ यात्रा पर जा रहे यात्रियों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं।

कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। पूरी सुरक्षा समीक्षा के बाद, जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने 30 जून, 2022 को शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के लिए क्या करें और क्या न करें जारी किया है। अधिकारियों ने रविवार को अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की। अधिकारियों ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले से यात्रा की शुरूआत होने वाली है। अधिकारियों ने बताया कि एडीजीपी मुकेश सिंह और जम्मू के संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने मंडी में अमरनाथ मंदिर का दौरा किया और माथा टेका। भगवान शिव को समर्पित बुद्ध अमरनाथ मंदिर, जम्मू क्षेत्र के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है, और यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में भक्तों को आकर्षित करता है।

अमरनाथ यात्रियों को क्या करना चाहिए
- यात्रियों को पर्याप्त ऊनी कपड़े ले जाने के लिए कहा गया है क्योंकि तापमान कभी-कभी 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिर सकता है।
- छाता, विंड चीटर, रेनकोट और वाटर प्रूफ जूते अवश्य साथ रखें क्योंकि मौसम हमेशा बदलता रहता है।
- कपड़ों और खाने-पीने का सामान एक वाटर प्रूफ बैग में रखें ताकि सामान गीला न हो।
- पहचान पत्र/ड्राइविंग लाइसेंस और यात्रा परमिट ले जाएं।

As #ShriAmarnathJiYatra - 2022 is going to commence in June, few important things to be kept in mind while embarking on the pilgrimage. (1/2) pic.twitter.com/GpHxbPhkmO

— PIB in Jammu Kashmir & Ladakh (@PIBSrinagar) June 27, 2022

अमरनाथ यात्रियों को क्या नहीं करना चाहिए
- ऐसे स्थानों पर न रुकें, जहां चेतावनी नोटिस अंकित हों।
- चप्पलों का प्रयोग न करें क्योंकि पवित्र गुफा के मार्ग पर खड़ी चढ़ाई हैं। लेस वाले ट्रेकिंग शूज ही पहनें।
- रास्ते में कोई शार्ट कट न लगाएं क्योंकि ऐसा करना खतरनाक हो सकता है।
- अपनी पूरी आगे/वापसी यात्रा के दौरान ऐसा कुछ भी न करें जिससे यात्रा क्षेत्र में प्रदूषण हो या पर्यावरण को नुकसान पहुंचे।
- केंद्र शासित प्रदेश में प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित है और कानून के तहत दंडनीय है।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari