- रकम डकारने के चक्कर में चालक और परिचालक ने यात्रियों से वसूला टिकट का शुल्क

- मगर यात्रियों को नहीं दिया टिकट, चेकिंग के दौरान हुआ खुलासा

LUCKNOW: परिवहन निगम के अधिकारियों के पैरों तले जमीन तब खिसक गई जब औचक निरीक्षण के दौरान रोडवेज की एक बस में एक-दो, आठ-दस नहीं, बल्कि 31 यात्री बिना टिकट के यात्रा करते मिले। ऐसा नहीं कि इन यात्रियों ने टिकट के लिए शुल्क नहीं दिया था, बल्कि मोटी कमाई के चलते चालक और परिचालक ने टिकट का शुल्क तो वसूल लिया, लेकिन यात्रियों को टिकट नहीं दिया। परिवहन निगम ने इस परिचालक की संविदा खत्म कर दी है।

कंडक्टर ने लिया अर्दब में

अधिकारियों की मानें तो आलमबाग डिपो की अनुबंधित बस (यूपी 32 सीजेड 9254) लखनऊ से आजमगढ़ जा रही थी। इस बस में ड्राइवरराजकुमार और कंडक्टर राजबली मौजूद थे। इस बस को चेकिंग के लिए गोसाईगंज के पास रोका गया। बस रोके जाते समय संविदा परिचालक राजबली ने पहले तो औचक निरीक्षण करने पहुंचे परिवहन निगम के अधिकारियों को बस में चढ़ने से मना कर दिया। उसने निगम के अधिकारियों को अर्दब में लेते हुए खुद को परिवहन मंत्री का जानने वाला बताया।

आखिर बस में चढ़े अधिकारी

काफी देर तक चली गहमा गहमी के बाद औचक दल में शामिल अधिकारी बस में चढ़ गए। बस में 35 यात्रियों की संख्या मौजूद थी। इनमें से चार यात्रियों के पास गोसाईगंज का टिकट था, जबकि अन्य यात्रियों के पास किसी तरह का कोई टिकट नहीं था। यात्रियों ने बताया कि वे बस में फी यात्रा नहीं कर रहे थे। उन्होंने आजमगढ़ के लिए 249 रुपए प्रति टिकट के अनुसार रकम दी है, लेकिन परिचालक ने उन्हें टिकट नहीं दिया है। ऐसे में धनराशि को गबन किए जाने के आरोप में इस परिचालक की संविदा तुरंत खत्म कर दी गई।

बर्खास्तगी के लिए लिखा पत्र

बाराबंकी से सहजनवां जा रही बस (यूपी 33 एटी 0801) की चेकिंग सफदरगंज के पास हुई। इस बस में 45 यात्री मौजूद थे, जिनमें पांच यात्री बेटिकट मिले। इसी तरह से आलमबाग डिपो की बस संख्या (यूपी 34 टीम 8293) लखनऊ से इलाहाबाद जा रही थी। इस बस में 45 में 9 यात्री बिना टिकट के पकड़े गए। इसमें भानु प्रसाद परिचालक थे। इन दोनों बसों में मिले परिचालक विभाग के थे। इनकी बर्खास्तगी के लिए परिवहन निगम को लिखा गया है।

तब एक बस में पकड़े थे 57 बेटिकट यात्री

परिवहन निगम के परिचालकों ने बताया कि अब तक एक बस में 57 यात्री बेटिकट पकड़े जा चुके हैं। इलाहाबाद की बस में परिचालक विपिन कुमार ने 2007 में यात्रियों से टिकट का शुल्क ले लिया था, लेकिन यात्रियों को टिकट नहीं दिया था। ऐसे में परिवहन निगम प्रशासन ने इलाहाबाद के इस परिचालक को बर्खास्त कर दिया था। हालांकि परिवहन निगम इस परिचालक को फिर से रखने की तैयारी में है।

सवा तीन बजे गोसाईगंज से पहले इस बस की चेकिंग की गई। 32 बेटिकट यात्री मिलने से परिचालक राजबली की संविदा समाप्त कर दी गई है।

- प्रशांत दीक्षित

एआरएम, आलमबाग डिपो

Posted By: Inextlive