ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन अब भारत में फूड डिलीवरी सर्विस शुरु करने जा रही है। कंपनी ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। बस आधिकारिक घोषणा होना बाकी है।

कानपुर। ई-कॉमर्स की दिग्गज कंपनी अमेजन भारत के फूड डिलीवरी मार्केट पर नजर गड़ाए हुए है। उम्मीद की जा रही है कि वह खुद की डिलीवरी सेवा शुरू करेगी। अगर ऐसा होता है तो स्विगी और जोमैटो को कड़ी टक्कर मिलने वाली है। इस साल जनवरी 2020 मेंउबर ईट्स पहले ही रेस से बाहर हो चुका है। ऐसे में भारत में फूड डिलीवरी सर्विस के तीन बड़े ब्रांड के बीच रोचक जंग होगी। अमेजन के फूड डिलवरी मार्केट में उतरने की खबर कंपनी के संस्थापक जेफ बेजोस के भारत दौरे एक महीने बाद आई है। भारत यात्रा के दौरान बेजोस ने देश में छोटे और मध्यम उद्यम क्षेत्र को डिजिटल बनाने में मदद करने के लिए 1 बिलियन डॉलर से अधिक के निवेश की घोषणा की थी।

अफिशल एनाउंसमेंट होना है बाकी

टेकक्रंच की रिपोर्ट के अनुसार, अमेजन की इस सेवा का शुभारंभ उनके प्राइम नाउ या अमेजन फ्रेश प्लेटफॉर्म के हिस्से के रूप में पेश किया जाएगा जो अगले कुछ महीनों में आ सकता है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अमेजन पिछले तीन महीनों से इस पर काम कर रहा है और पहले इसे लॉन्च करने की योजना बनाई थी, हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि इसमें देरी किस वजह से हुई। कंपनी कुछ समय से बेंगलुरु में भी इसका परीक्षण कर रही है। हालांकि गैजेट 360 ने जब कंपनी से इस बारे में संपर्क किया तो अमेजन ने फूड डिलीवरी सर्विस के बारे में कुछ नहीं कहा लेकिन किसी तरह के अफिशल एनाउंसमेंट का इंतजार करने को भी कहा है।

ग्रोफर्स को पहले से दे रहा टक्कर

कंपनी ने बातचीत में कहा, 'हम अपने कस्टमर्स को नई सर्विस उपलब्ध करने में विश्वास करते हैं। इस प्रतिबद्धता के भाग के रूप में, हम अपने ग्राहकों के साथ जुडऩे और उनकी सेवा करने के लिए लगातार नए क्षेत्रों और अवसरों का मूल्यांकन कर रहे हैं। हम आपके पास तब आएंगे जब हमारे पास कुछ होगा।' फिलहाल, अमेजन भारत के कई स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय दिग्गजों के साथ कई वर्टिकल में प्रतिस्पर्धा कर रहा है। जब यह खाद्य उत्पादों की बात आती है, तो कंपनी ने पिछले साल अगस्त में, अमेजन फ्रेश लॉन्च किया, जिसमें भोजन और किराने की चीजें पेश की गईं, जो कि ग्रोफर्स और बिग बास्केट जैसे स्टार्टअप को सीधी टक्कर दे रहा।

अमेजन की इंट्री से मच सकती है खलबली

फूड डिलीवरी मार्केट में अमेजन की एंट्री भी कंपनी के लिए मुफीद हो सकती है क्योंकि कई रेस्तरां मौजूदा ऐप्स को लेकर निराशा दिखा रहे हैं। उदाहरण के लिए, सितंबर 2019 में, नेशनल रेस्तरां एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) ने अपने डिलीवरी प्लेटफॉर्म पर अपने "गोल्ड" प्रोग्राम का विस्तार करने के लिए जोमैटो की आलोचना की थी। इस साल जनवरी में, उबर ने 9.99 प्रतिशत हिस्सेदारी के बदले अपने ऑनलाइन फूड-ऑर्डरिंग व्यवसाय को स्थानीय प्रतिद्वंद्वी जोमेटो को बेच दिया था। वहीं ओला के फूड पांडा के जल्द ही बंद होने की भी खबरें सामने आ चुकी हैं।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari