- बेटे को हायर सेंटर ले जाने के लिए भटकता रहा पिता, सीएमएस से शिकायत

- सीएमएस ने एंबुलेंस के ड्राइवर की लगाई फटकार, मांगा स्पष्टीकरण

बरेली : स्वास्थ्य महकमे के हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। मरीजों को गंभीर हालत में समय से रेफर किए गए अस्पताल तक पहुंचा जाए इसके लिए 108 एंबुलेंस सेवा शुरू की गई थी, लेकिन इसका फायदा भी मरीजों को नहीं मिल पा रहा है। इसका खुलासा मंडे को हुआ। जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में तीन साल का मासूम घंटों तड़पता रहा लेकिन एंबुलेंस नहीं पहुंची। बार-बार ड्यूटी पर तैनात स्टाफ ने एंबुलेंस इंचार्ज को फोन लगाया लेकिन दो घंटे तक एंबुलेंस का कोई अता-पता नहीं था। करीब ढाई घंटे बाद एंबुलेंस पहुंची जिसके बाद परिजन बच्चे को लेकर हायर सेंटर रवाना हुए।

क्या है पूरा मामला

मीरगंज के नगरिया कल्याण निवासी रंजीत के तीन साल के बेटे कृष्णा को काफी दिनों से सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। मंडे को जब तकलीफ ज्यादा हुई तो वह उसे लेकर मीरगंज सीएचसी पहुंचा, जहां बच्चे की हालत गंभीर देख उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। करीब एक बजे परिजन बच्चे को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां डॉ। डी अग्रवाल ने बच्चे की जांच की तो पता चला कि बच्चे के फेफड़े में इंफेक्शन होने के कारण सांस लेने में दिक्कत हो रही है। हालत नाजुक होती देख उन्होंने फौरन बच्चे को हायर सेंटर के लिए रेफर कर एंबुलेंस को फोन करने का आदेश दिया। इस पर बच्चा वार्ड इंचार्ज डेजी लाल ने करीब एक बजे एंबुलेंस बुलाने के लिए 108 नंबर पर फोन किया। करीब 20 मिनट इंतजार के बाद भी जब एंबुलेंस नहीं पहुंची तो स्टाफ ने दोबारा फोन किया। कॉल सेंटर ने स्टाफ को एंबुलेंस के चालक अमन का फोन नंबर दे दिया। इसके बाद स्टाफ ने दोपहर तीन बजे तक कई बार अमन के मोबाइल पर फोन किया, लेकिन उसने फोन ही रिसीव नहीं किया। काफी देर बाद उसने फोन रिसीव करने पर थोड़ी देर में आने को कहा। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे एंबुलेंस पहुंची जिसके बाद परिजन बच्चे को लेकर हायर सेंटर गए। डॉक्टर की माने तो अगर दो घंटे से अधिक देरी होती तो बच्चे की जान भी जा सकती थी। बच्चे के पिता ने सीएमएस से मामले की शिकायत की है।

क्या कहना है पिता का

बच्चे के पिता रंजीत ने बताया कि एक बजे जिला अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टर ने बच्चे की हालत नाजुक देख बाहर ले जाने की बात कही, इस पर एंबुलेंस को फोन किया गया लेकिन दो घंटे के बाद तक एंबुलेंस नही आई।

वर्जन

बच्चे के पिता ने शिकायत की है। एंबुलेंस चालक से स्पष्टीकरण मांगा गया है। मामला गंभीर है कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। टीएस आर्या, एडीएसआईसी

Posted By: Inextlive