गरीबी में जिए इस लेखक ने आज मुंबई में बेघर बच्चों के लिए खोला बॉम्बे टू बार्सिलोना लाइब्रेरी कैफे
गरीब बच्चों को मदद:
इससे सड़क पर रहने वाले बच्चों को अपने पैरों पर खड़े होने में मदद मिलेगी। इसके अलावा उन्हें यहां पर बेहतर खान पीना भी मिलेगा। इस लाइब्रेरी कैफे में बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दिलाई जाएगी। इतना ही नहीं यह युवा कलाकारों के लिए एक प्लेटफॉर्म के तौर पर इस्तेमाल होगा। जहां पर वो ना सिर्फ अपनी कला का बल्कि अपनी योग्यता का परिचय दूसरे लोगों को करा सकेंगे। ऐसे में इस बड़ी उपलब्धि के बारे में अमीन का कहना है कि वह नहीं चाहते हैं कि उन्होंने जो जिंदगी सड़कों पर झेली है वह दूसरे भी झेलें।
बार्सिलोना मन को भाया:
इसके बाद अमीन ड्राइवरी सीख कर वहीं स्नेह सदन के करीब एक बड़े घर पर गाड़ी चलाने लगे। 18 साल की उम्र में उनकी लगन और मेहनत को देखते हुए उनके मालिक ने स्नेह ट्रैवल के नाम से एक ट्रैवल कंपनी खोली। हालांकि इस बीच अमीन को बार्सिलोना जाने का मौका मिला तो उन्होंने यहां का नजारा बिल्कुल बदला हुआ देखा। यहां पर कोई बच्चा सड़क पर फटेहाल जिंदगी नहीं गुज़ारता दिखा। सभी लोग यहां काफी मददगार और जिंदादिल स्वभाव को दिखे। यहां का नजारा उनके दिल को छू गया।
दिन रात मेहनत कर रहे:
जिस पर अमीन ने वापस आकर अपने यहां भी कुछ ऐसा ही माहौल बनाने का निर्णय लिया। इसके बाद ही उन्होंने अपने जीवन पर पुस्तक भी लिखी थी। आज वह समाज के लिए दिन रात मेहनत भी कर रहे हैं। सोशल मीडिया फेसबुक, ट्विटर हर जगह एक्टिव रहने वाले अमीन ने अब तक शादी नहीं की है। वह अपनी छोटी बहन के साथ काफी खुश हैं। उनक नाम आज एक आत्मनिर्भर व्यक्ति, लेखक व उद्यमी के रूप में लिया जाता है। उनका सपना है कि जैसा बचपन उन्होंने जिया है वैसा कोई और बच्चा न जिए।