पाकिस्तान के फास्ट बॉलर मोहम्मद आमिर एक बार फिर कंट्रोवर्सी में फंसते दिख रहे हैं. स्पॉट फ़िक्सिंग मामले में पांच साल की बैन झेल रहे मोहम्मद आमिर ने इंग्लैंड में सरे क्रिकेट लीग के एक मैच में हिस्सा लिया है.


इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) इस बात की जांच कर रही है. हालांकि मोहम्मद आमिर ने अपने को निर्दोष बताते हुए कहा है कि उन्होंने इसे दोस्ताना मैच समझते हुए इसमें हिस्सा लिया और उन्हें ये पता नहीं था कि पाबंदी के कारण वे इसमें नहीं खेल सकते हैं. स्पॉट फ़िक्सिंग मामले में दोषी ठहराए गए पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद आमिर पर पांच साल की पाबंदी लगाई गई है.आईसीसी की जाँच में मोहम्मद आमिर को वर्ष 2010 में लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान जान-बूझकर नो बॉल फेंकने का दोषी ठहराया गया था. इसके बावजूद आमिर ने चार जून को सरे क्रिकेट लीग के एक मैच में एडिंग्टन 1743 टीम को लीड किया था.
इस मामले पर आईसीसी के स्पोकपर्सन ने कहा, "हम ये रिपोर्टें सुनी हैं और हम इसकी जांच कर रहे हैं. मोहम्मद आमिर पर लगी पाबंदी में साफ़ तौर पर कहा गया है कि पाबंदी हर तरह के क्रिकेट खेलने पर है. साथ ही क्रिकेट से जुड़ी गतिविधि पर भी पाबंदी है." गौरतलब है कि आईसीसी ने स्पॉट फ़िक्सिंग के मामले में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट और तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद आसिफ़ पर भी पाबंदी लगाई है.

Posted By: Kushal Mishra