-अंग्रेज इतिहासकारों और वामपंथियों को दोष देना करें बंद

-कश्मीर से धारा 370 का हटना देश का सबसे बड़ा साहसिक व ऐतिहासिक निर्णय-योगी आदित्यनाथ

गृह मंत्री अमित शाह ने बीएचयू के भारत अध्ययन केंद्र की ओर से आयोजित दो दिवसीय अंर्तराष्ट्रीय संगोष्ठी में गुरुवार को शिरकत किया। गुप्तवंशक वीर स्कन्दगुप्त विक्रमादित्य का ऐतिहासिक पुन: स्मरण एवं भारत राष्ट्र का राजनीतिक भविष्य विषयक गोष्ठी के पहले दिन बतौर चीफ गेस्ट गृह मंत्री ने कहा कि भारत का गलत इतिहास लिखने के लिए अंग्रेज इतिहासकारों और वामपंथियों को कोसना और गाली देना बंद करें।

इतिहास में हो सत्यता

उन्होंने कहा कि अब जरूरत है कि देश के गौरवशाली उस इतिहास को सत्य के आधार पर लिखा जाए जिनके साथ अन्याय हुआ। पहले क्या इतिहास लिखा गया उसके विवाद में पड़ने के बजाए उसे भूलकर नए सिरे से इतिहास का लेखन हो। इससे पूर्व गृह मंत्री अमित शाह एवं सीएम योगी आदित्यनाथ ने भारतरत्‍‌न पं। मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर संगोष्ठी का इनागरेशन किया।

370 हटाना देश का सबसे बड़ा फैसला

अमित शाह ने कहा कि वीर सावरकर न होते तो 1857 की क्रांति को भी हम अंग्रेजों की दृष्टि से देखते और उसे पहला स्वातंत्रय आंदोलन का नाम नहीं दिया जाता। उन्होंने कहा कि बीएचयू ही वह जगह है जहां भारत और भारतीयता का विकास हुआ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बतौर विशिष्ट अतिथि कहा कि कश्मीर से धारा 370 का हटना देश का सबसे बड़ा साहसिक व ऐतिहासिक निर्णय है। उन्होंने बताया कि जिस वक्त धारा 370 को संविधान में सम्मिलित किया गया और इसकी जानकारी सरदार वल्लभ भाई पटेल को हुई तो उन्होंने कहा कि जिसके कलेजे में दम होगा वही धारा 370 को हटा सकेगा।

Posted By: Inextlive