शहीद भगत सिंह को उनकी 113 वीं जयंती पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि भगत सिंह जी युगों-युगों तक हम सभी देशवासियों के प्रेरणा के अक्षुण स्त्रोत रहेंगे।


नई दिल्ली (एएनआई)। क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह की सोमवार को 113 वीं जयंती मनाई जा रही है। पूरे देश में मां भारती के वीर सपूत काे श्रद्धांजलि देने का सिलसिला जारी है। इस अवसर पद देश के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शहीद भगत सिंह को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा कि अपने परिवर्तनकारी विचारों व अद्वितीय त्याग से स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा देने वाले और देश के युवाओं में स्वाधीनता के संकल्प को जागृत करने वाले शहीद भगत सिंह जी के चरणों में कोटि-कोटि वंदन। भगत सिंह जी युगों-युगों तक हम सभी देशवासियों के प्रेरणा के अक्षुण स्त्रोत रहेंगे। भगत सिंह मसीहा बनकर सामने आए थे
भगत सिंह का जन्म फैसलाबाद जिले के बंगा गांव (जिसे पहले लायलपुर कहा जाता था) में अब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में 1907 में हुआ था। भगत सिंह के पिता का नाम सरदार किशन सिंह और माता का नाम सरदारनी विद्यावती कौर था। जब देश में अंग्रेजों के अत्याचारों से लोग परेशान थे उस समय भगत सिंह मसीहा बनकर सामने आए थे। भारत में जब भी क्रांतिकारियों का नाम लिया जाता है तो सबसे पहला नाम शहीद भगत सिंह का आता है। ब्रिटिश सरकार ने अंग्रेजी शासन काल के दौरान 23 मार्च 1931 की मध्यरात्रि को भारत के तीन सपूतों भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी पर लटका दिया था।

Posted By: Shweta Mishra