केंद्रीय गृह मामलों और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि भारत के चालू वित्त वर्ष में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनने की संभावना है। इसके साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली सरकार के कुछ निर्णय गलत हो गए हैं लेकिन केंद्र सरकार के इरादे पर कोई प्रश्न नहीं उठाया जा सकता है।


नई दिल्ली (एएनआई)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर्स ऑफ कॉमर्स और इंडस्ट्री (एफआईसीसीआई) की 94 वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित किया। इस दाैरान उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली सरकार के कुछ निर्णय गलत हो गए हैं लेकिन केंद्र सरकार के इरादे पर कोई प्रश्न नहीं उठाया जा सकता है। अमित शाह ने जोर दिया कि पिछले सात वर्षों में केंद्र सरकार के खिलाफ कोई भ्रष्टाचार शुल्क नहीं लिया गया है क्योंकि सरकार का इरादा हमेशा सही रहा है। उन्होंने कहा, यहां तक ​​कि आलोचक भी इस बात से सहमत होंगे कि देश ने पिछले सात वर्षों में बहुत सारे बदलाव किए हैं। बढ़ती अर्थव्यवस्था बनने की संभावना
गृहमंत्री ने कहा कि कोविड -19 महामारी के दौरान भी सरकार ने कई नीतिगत निर्णय लिया जो देश के विकास और विकास पर दीर्घकालिक सकारात्मक प्रभाव डालेंगे। गृहमंत्री के अनुसार, भारत के चालू वित्त वर्ष में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनने की संभावना है। हम पूर्व-कोविड ​​​​स्तर पर पहुंच रहे हैं। जुलाई से सितंबर जीडीपी संख्या 8.4 प्रतिशत रही है और मुझे लगता है कि वर्ष 2021-22 में, भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनने की संभावना है। मुझे आश्चर्य नहीं होगा अगर हमारी आर्थिक वृद्धि दो अंकों में तेजी से बढ़ती है ।शाह ने कहा कि अर्थव्यवस्था के 22 मापदंडों में से भारत ने 19 मापदंडों को पार कर लिया है। देश संकट से मजबूती से बाहर आया इससे पता चलता है कि देश संकट से मजबूती से बाहर आया है। उन्होंने कहा, विनिर्माण और सेवा क्षेत्र दोनों सूचकांक पूर्व-कोविड ​​​​स्तर पर पहुंच गए हैं। विभिन्न पैकेजों और राहत की घोषणाओं के साथ, हमारी मुद्रास्फीति सरकार द्वारा निर्धारित 4-6 प्रतिशत की लक्षित सीमा के भीतर है। एमएसएमई क्षेत्र की क्षमता पर प्रकाश डालते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जब तक हम इस क्षेत्र को प्रोत्साहित और मजबूत नहीं करेंगे, हम देश में बेरोजगारी के मुद्दे का समाधान नहीं कर सकते हैं। उन्होंने अनुसंधान एवं विकास क्षेत्र में अधिक खर्च करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। गृह मंत्री ने कहा कि फिक्की की वार्षिक आम बैठक एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हो रही है

Posted By: Shweta Mishra