प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले अमित शाह का बीजेपी प्रेसीडेंट बनना लगभग तय है. हालांकि इसकी फॉर्मल एनाउंसमेंट होने में कुछ वक्त लग सकता है.


आरएसएस ने भी लगाई मुहरनए पार्टी प्रेसीडेंट को लेकर शाह के नाम पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की भी मंजूरी है. अमित शाह के नाम का ऐलान बजट सेशन से पहले हो सकता है.  मौजूदा प्रेसीडेंट राजनाथ सिंह के सरकार में होम मिनिस्टर की पोस्ट संभालने के बाद शामिल होने के बाद बीजेपी के नए प्रेसीडेंट को लेकर पार्टी के अंदर कवायद तेज हो गई. अमित शाह के नाम की चर्चा बुधवार को कैबिनेट के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अरुण जेटली, राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी के बीच हुई बैठक के बाद तेज हो गई.बीजेपी में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं


राजनाथ सिंह ने ऐलान किया है कि वह ‘वन पर्सन वन पोस्ट’ के पार्टी के सिद्धांत के मुताबिक जल्द ही अपनी पार्टी प्रेसीडेंट की पोस्ट छोडेंगे.  भाजपा महासचिव अमित शाह, जेपी नड्डा और ओम प्रकाश माथुर के नाम भाजपा के अगले प्रेसीडेंट पोस्ट की दौड़ में हैं. भाजपा हेडऑफिस पर गुरुवार को राजनाथ सिंह को एक इंपॉर्टेंड मीडिंग करनी थी लेकिन बिहार में राजधानी एक्सीडेंट की वजह से इसे पोस्टपोन कर दिया गया.  कई सीनियर लीडर्स के सरकार में जाने के बाद पार्टी में बड़े पैमाने पर बदलाव देखने को मिल सकते हैं.

यूपी में परफॉर्मेंस का है नतीजा

शाह के फेवर में इसलिए भी बात बनी, क्योंकि उन्होंने ही यूपी में लगभग खत्म हो गई बीजेपी में एक साल से भी कम वक्त में जान फूंकी और वहां पार्टी को भारी कामयाबी मिली. इसी वजह से खुद मोदी का भी मानना है कि शाह को संगठन की जिम्मेदारी देने से यूपी की तरह ही देश भर में पार्टी मजबूत हो सकती है.

Posted By: Shweta Mishra