- 16 सूत्रीय मांगों को लेकर दोपहर 12 बजे घेर लिया हजरतगंज चौराहा, देररात तक जारी रहा प्रदर्शन

- ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई, दिनभर जाम से जूझते रहे लोग

- पुलिस ने हटाने के लिये फेंकी पानी की बौछार तो कर दिया लाल मिर्च पाउडर से हमला

- भाजपा मुख्यालय में प्रदर्शन, सीएम आवास का घेराव करने की कोशिश

LUCKNOW :

राज्य कर्मचारी घोषित करने समेत क्म् सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश भर से राजधानी पहुंची आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने सोमवार को हजरतगंज इलाके को 'बंधक' बना लिया। हजरतगंज चौराहे पर बीच सड़क डेरा डालने से शहर की रीढ़ माने जाने वाली विधानसभा मार्ग पर ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई। काम से निकले आम लोगों को लंबे जाम का सामना करना पड़ा। स्कूली बच्चे भी हलकान हुए। वहीं, इस जाम में कई एंबुलेंस भी फंसी रहीं जिन्हें पास कराने में पुलिसकर्मियों को नाको चने चबाने पड़े। ट्रैफिक डायवर्ट करने की वजह से आसपास के इलाके भी जाम की चपेट में आ गए। देरशाम पुलिस ने पानी की बौछार फेंककर प्रदर्शनकारियों को रोड से हटाने की कोशिश की तो उन्होंने पुलिस पर लालमिर्च से हमला कर दिया। जवाब में पुलिस ने लाठियां भांजी। लेकिन, प्रदर्शनकारी टस से मस न हुए। देररात खबर लिखे जाने तक प्रदर्शन जारी था।

बीजेपी दफ्तर कूच का एलान

आंगनबाड़ी कर्मचारी एवं सहायिका एसोसिएशन की ओर से प्रदेश भर की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सोमवार को राजधानी पहुंचने का आह्वान किया गया था। इस आह्वान पर हजारों की संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां सुबह से ही हजरतगंज स्थित जीपीओ पार्क में इकट्ठा होने लगी थीं। दोपहर क्ख् बजते-बजते इनकी संख्या क्0 हजार के पार पहुंच गई। गांधी प्रतिमा स्थित मंच से एसोसिएशन की अध्यक्ष गीतांजलि मौर्या, गीता पांडेय और प्रभावती ने भाषण देते हुए प्रदेश सरकार के समक्ष राज्य कर्मचारी घोषित करने समेत क्म् मांगें रखीं। इसके बाद मंच से यकायक भाजपा प्रदेश कार्यालय के घेराव के लिये कूच करने का एलान कर दिया गया।

बैरिकेड लगाकर रोका

देखते ही देखते प्रदर्शनकारी महिलाएं सड़क पर आ गई और भाजपा कार्यालय की ओर चल पड़ीं। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वे उन्हें धकियाते हुए आगे बढ़ गई। भाजपा कार्यालय के सामने पहुंचकर प्रदर्शनकारी महिलाओं ने सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर उनका वहां मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं से टकराव होते-होते बचा। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारी महिलाओं को फिर से जीपीओ पार्क चलने को कहा। लेकिन, वे इसके लिये राजी न हुई। इसी बीच एसोसिएशन की नेताओं ने प्रदर्शनकारियों को सीएम आवास की ओर कूच करने को कहा। यह सुनते ही वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन हजरतगंज चौराहे पर बैरिकेड लगाकर उन्हें रोका गया।

जमकर की बदसलूकी

बैरिकेड कर रोके जाने से नाराज महिला प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों को भद्दी-भद्दी गालियां दीं। इसे लेकर इंस्पेक्टर हजरतगंज आनंद कुमार शाही की कुछ प्रदर्शनकारियों से कहासुनी भी हुई। प्रदर्शनकारियों ने हजरतगंज चौराहे से चारबाग जाने वाली सड़क को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया। जिससे वहां लंबा जाम लग गया। राहगीरों ने उनसे रास्ता देने को कहा तो प्रदर्शनकारियों ने उनसे भी जमकर बदसलूकी की। इस जाम में दो एंबुलेंस भी फंस गई। पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों से एंबुलेंस के लिये रास्ता छोड़ने की गुजारिश की लेकिन, वे नहीं मानीं। आखिरकार काफी देर तक चली जद्दोजहद के बाद महिला पुलिसकर्मियों ने किसी तरह प्रदर्शनकारियों को किनारे कर एंबुलेंस को पास कराया।

लाल मिर्च से कर दिया हमला

करीब छह घंटे तक पुलिस मूकदर्शक बनी रही। शाम छह बजे सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की लेकिन, प्रदर्शनकारी अड़ी रहीं। इस पर पुलिसकर्मियों ने वॉटर कैनन से पानी की बौछार फेंककर सड़क खाली कराने की कोशिश की लेकिन, कुछ प्रदर्शनकारी महिलाओं ने लाल मिर्च पाउडर से पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले में कुछ पुलिसकर्मियों की आंख में लाल मिर्च पाउडर चला गया। उन्हें आनन-फानन सिविल हॉस्पिटल भेजा गया। इसके बाद पुलिस का धैर्य जवाब दे गया और पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर लाठियां भांजनी शुरू कर दीं.जवाब में प्रदर्शनकारी महिलाओं ने पुलिस पर पथराव कर दिया।

वार्ता के प्रस्ताव को भी ठुकराया

लाठीचार्ज के बाद वहां से भाग निकलीं प्रदर्शनकारी महिलाएं एक बार फिर हजरतगंज चौराहे पर जम गई। शाम करीब सात बजे सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन एक बार फिर प्रदर्शनकारियों के पास पहुंचे और उन्हें जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा का पत्र दिखाया। इस पत्र में लिखा था कि आगामी नौ नवंबर को दोपहर डेढ़ बजे शासन के अधिकारियों से उनके प्रतिनिधिमंडल की वार्ता कराई जाएगी। लेकिन, प्रदर्शनकारी महिलाओं ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया और क्म् सूत्री मांगों पर तुरंत शासनादेश जारी करने की मांग पर अड़ गई। देररात तक प्रदर्शन जारी था।

Posted By: Inextlive