-राष्ट्रोदय के होर्डिग्स पर महर्षि वाल्मीकि पर टिप्पणी से विवाद

-गुस्साए वाल्मीकि समाज ने नारेबाजी करते हुए बेगमपुल पर लगाए नारे

Meerut : राष्ट्रोदय समागम के होर्डिग पर महर्षि वाल्मीकि पर एक टिप्पणी से शहर का बाल्मीकि समाज सड़क पर उतार आया। उन्होंने संघ के नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बेगमपुल पर जाम लगाते हुए राष्ट्रोदय समागम के यूनिपोल व होर्डिग्स उखाड़ दिए। पोस्टरों को पुलिस के सामने ही फाड़ दिया। पुलिस ने भीड़ को समझाते हुए मामला शांत कराया।

दोपहर में हंगामा

जागृति विहार एक्सटेंशन में 25 फरवरी को होने वाले आरएसएस के राष्ट्रोदयकार्यक्रम को लेकर विवाद शुरू हो गया है। बाल्मीकि समाज कार्यक्रम के होर्डिग व यूनिपोल में महर्षि वाल्मीकि, चोखामैला और संत रविदास पर टिप्पणी से नाराज है। सोमवार दोपहर डेढ़ बजे करीब सफाई कर्मचारी नेता कैलाश चंदौला, सुंदर लाल भंरोडा, विनेश मनोठिया, सपा नेता विपिन मनोठिया के नेतृत्व में काफी संख्या में लोग संघ के पदाधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बेगमपुल पर पहुंचे। बेगमपुल पर जाम लगाते हुए नारेबाजी करनी शुरू कर दी। गुस्साई भीड़ ने बेगमपुल पर लगे राष्ट्रोदय के लगे होर्डिग्स व यूनिपाल उखाड़ दिए। संघ के खिलाफ नारेबाजी की। विपिन मनोठिया ने कहा कि संतों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा अगर संघ के नेताओं ने माफी नहीं मांगी तो आंदोलन आगे बढ़ाया जाएगा। इसके साथ विनेश मनोठिया ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जैसे ऋषियों पर किसी प्रकार की विवादित टिप्पणी बर्दाश्त नहीं होगा। मौके पर पहुंची कई थानों की पुलिस ने आकर भीड़ को समझाबुझाकर मामला शांत कराया।

चल रहीं तैयारियां

राष्ट्रोदय का समागम जागृति विहार एक्सटेंशन में आगामी 25 फरवरी को है। इस कार्यक्रम में तीन मंडलों ओर 14 जिलों के स्वयंसेवक भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में तकरीबन तीन लाख स्वयंसेवक आएंगे। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस प्रशासन भी तैयारियों में जुटा है। वहीं, शहर में इस कार्यक्रम के प्रचार के लिए पोस्टर, होर्डिग्स, यूनिपोल लगाए जा रहे है।

यूनिपोल व होर्डिग्स पर हुआ विवाद

बाल्मीकि समाज के लोगों का आरोप है कि होर्डिग तथा यूनिपोल पर जिस तरह के शब्द महर्षि वाल्मीकि, चोखामैला तथा संत रविदास पर टिप्पणी की गई हैं। वह किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगे।

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महर्षि वाल्मीकि भगवान है। उनके बारे में टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

विपिन मनोठिया व सपा नेता

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अभी तो बेगमपुल से पोस्टर हटाए है। अगर संघ के लोगों ने शहर में लगे पोस्टरों को शीघ्र नहीं हटाया गया तो वाल्मीकि समाज आंदोलन चलाने पर मजबूर हो जाएगा।

कैलाश चंदौला सफाई कर्मचारी नेता

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अति दलितों को अनदेखी की जा रही है। राष्ट्रोदय के बैनर्स पर टिप्पणी की गई है। इसका विरोध किया जाएगा।

-सुंदर लाल भुरंडा, सफाई कर्मचारी नेता

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वाल्मीकि समाज का अपमान होने नहीं दिया जाएगा। महापुरूष सभी का उत्थान करते है।

-विनेश मनोठिया, सफाई कर्मचारी नेता

Posted By: Inextlive