हाल ही में द‍िल्‍ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कहा कि राजधानी में पर्यावरण प्रदूषण कम करने की दिशा में घरों और सरकारी दफ्तरों की छतों पर सोलर पैनल लगाना अनिवार्य किया जाएगा। इसके लिए जल्द ही कानूनी प्रावधान किए जाएंगे। वह कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री सीआइआइ दिल्ली के सालाना सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।


निर्माण और नियमन के दो प्लान तैयार उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कहा कि आज यातायात जाम से होने वाला प्रदूषण दिल्ली की सबसे बड़ी समस्या है। 77 ऐसे कॉरिडोर हैं जिनके डिजाइनिंग व इंजिनियरिंग में खामी के चलते उन पर रोजाना जाम लगता है। इससे निपटने के लिए निर्माण और नियमन का दो प्लान तैयार किया गया है, जिसका असर 16 माह में दिखने लगेगा। सम्मलेन में जुटे डेढ़ सौ से अधिक उद्यमी दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा, पर्यावरण प्रदूषण, स्लम और सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर चिंतित दिखाई दिए। इसे लेकर उन्होंने दिल्ली के उद्योग, स्वास्थ्य व बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन और आइटी, परिवहन, कानून और न्याय मंत्री कैलाश गहलोत से सवाल भी पूछे। दिल्ली विश्व में पंसदीदा स्थान बन सकता
इसके साथ ही शिक्षा व स्वास्थ्य को ऐसा क्षेत्र बताया, जिसके माध्यम से दिल्ली विश्व में पंसदीदा स्थान बन सकता है। जैन ने बताया कि दिल्ली में 700 से अधिक स्लम एरिया है। सरकार इसमें रहने वाले लोगों को वहीं पर बहुमंजिला आवास बनाकर रहने के लिए देना चाहती है। इसी तरह दिल्ली में अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाकर दिल्ली में दूसरे राज्यों से आने वाले मरीजों को एक अवसर के तौर पर देखा जा रहा है। आने वाले दिनों में स्वास्थ्य बड़ा रोजगार देने वाला क्षेत्र होगा।

Posted By: Shweta Mishra