दिल्‍ली में जंतर-मंतर पर मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन करने के लिए समाजसेवी अन्ना हजारे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच गए हैं. इस अनशन में हजारे के समर्थन में किसान संगठनों के साथ-साथ समाजसेवी मेधा पाटकर भी उतर पड़ी हैं.

दिल्ली में आज होगा अन्ना आंदोलन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण कानून में किए गए संशोधन के खिलाफ अन्ना हजारे आज हजारों किसानों की मौजूदगी में उनके हक के लिए आवाज बुलंद करेंगे. अन्ना का यह आंदोलन जंतर-मंतर पर होगा, जहां राहुल गांधी से लेकर अरविंद केजरीवाल तक के पहुंचने की संभावना है. एयरपोर्ट से अन्ना राजघाट जाएंगे और उसके बाद जंतर-मंतर का रुख करेंगे. नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण कानून में किए गए संशोधन के खिलाफ अन्ना हजारे सोमवार को हजारों किसानों की मौजूदगी में उनके हक के लिए आवाज बुलंद करेंगे. इसके पहले वर्ष 2011 में अन्ना ने जंतर-मंतर से जनलोकपाल की मांग को लेकर आंदोलन किया था. वैसे, इस बार भी अन्ना जनलोकपाल की मांग करेंगे. जंतर-मंतर पर दो दिवसीय इस प्रदर्शन को लेकर तैयारियां पूरी हो गई हैं. एक बड़ा मंच बनाया गया है और एलईडी स्क्रीन लगाई गई है. बैठने के लिए पूरी सड़क पर दरी बिछाई गई है. इसके साथ ही व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्वयंसेवक तैनात हैं. मंच व्यवस्था में लगे सेवानिवृत्त कर्नल एसपी सिंह ने बताया कि अन्ना सोमवार सुबह लगभग 10 बजे तक मंच पर पहुंच जाएंगे. जंतर-मंतर पर आने से पहले अन्ना राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट जाकर पुष्प अर्पित करेंगे.

हरियाणा से पहुंचेंगे किसान

अन्ना हजारे के समर्थन में हरियाणा से चले किसान समूहों के सोमवार को शाम तक धरनास्थल पर पहुंचने की संभावना है. इसके अलावा अन्ना के आंदोलन में शामिल होने के लिए विभिन्न राज्यों से कुछ किसान दिल्ली पहुंचने लगे हैं. सोमवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा व राजस्थान से भी किसानों का कारवां दिल्ली पहुंच जाएगा. आंदोलन में शामिल होने के लिए महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल व बिहार समेत अन्य राज्यों से लोग शामिल होंगे. समाजवादी पार्टी दिग्गज नरेश अग्रवाल ने इस संबंध में कहा कि यह अन्ना का आंदोलन नहीं है. यह भारत के किसानों का मुद्दा है और यह उन्हीं का आंदोलन है. बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वो अन्ना के आंदोलन में शामिल होगी या नहीं. आम आदमी पार्टी से जुड़े कुमार विश्वास आज अन्ना हजारे से मिलेंगे. वहीं ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि अरविंद केजरीवाल भी अन्ना हजारे से मुलाकात कर सकते हैं.
संशय में कांग्रेस पार्टी
कांग्रेस भी अन्ना हजारे के आंदोलन के समर्थन को लेकर असमंजस की स्थिति में है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अन्ना के आंदोलन को समर्थन करना है या नहीं इस पर विचार करने के बाद पार्टी फैसला करेगी. अन्ना हजारे ने हमारे काम की सराहना की थी. लेकिन हम पहले देखेंगे कि आंदोलन को किसका समर्थन मिल रहा है, उसके बाद ही निर्णय लेंगे.
राहुल और केजरी को मंच पर जगह नहीं
अन्ना हजारे का कहना है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उनके आंदोलन में बेशक शामिल हो सकते हैं, लेकिन उन्हें मंच पर जगह नहीं दी जाएगी. उन्हें आम कार्यकर्ता की तरह ही जंतर-मंतर आना पड़ेगा. 77 वर्षीय गांधीवादी ने कहा कि उनकी फोन पर केजरीवाल से बातचीत हुई थी. वह सोमवार को उनसे मुलाकात करने आएंगे. केजरीवाल ने उनसे इस आंदोलन में शामिल होने की इच्छा जताई है.

ग्रामीण संस्कृति की झलक मिलेगी
जंतर-मंतर पर अपने हक की आवाज उठाने के साथ ही किसान ग्रामीण संस्कृति की झलक भी प्रस्तुत करेंगे. धरना-प्रदर्शन में किसान अपने परंपरागत वाद्य यंत्रों के साथ पहुंचेंगे, जिसमें बड़े-बड़े ढोल-नगाड़े व सारंगी समेत अन्य वाद्य यंत्र होंगे. अन्ना आंदोलन में शामिल होने को लेकर जंतर-मंतर पर लोगों में होड़ लगी रही. स्वयंसेवकों द्वारा जंतर-मंतर पर लगाए कैंप में दिल्ली और अन्य प्रदेशों से आए किसान-मजदूर और युवा फार्म भरकर आंदोलन में शामिल होने की इच्छा जता रहे हैं.

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Posted By: Prabha Punj Mishra