-डीपी पब्लिक स्कूल के एनुअल फंक्शन में स्टूडेंट्स ने पेश किए रंगारंग कार्यक्रम

-कालबेलिया नृत्य में दिखी राजस्थान की संस्कृति

ALLAHABAD: प्रतिभा कभी उम्र की मोहताज नहीं होती है। जरूरत होती है उसे सही मंच मिलने की। इस बात को सोमवार को डीपी पब्लिक स्कूल में आयोजित वार्षिकोत्सव हार्मनी 2015 के दौरान स्टूडेंट्स ने प्रूव कर दिया। वार्षिकोत्सव के दौरान स्टूडेंट्स ने अपनी प्रतिभा की शानदार झलक पेश करके लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत सीबीएसई के क्षेत्राधिकारी द्वारा दीप प्रज्जवलन से हुआ। कार्यक्रम में दूरदर्शन केन्द्र के इलाहाबाद निदेशक हर्षित सहाय समेत अन्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम में स्टूडेंट्स ने गंगा की व्यथा पर नृत्य नाटिका की प्रस्तुति देकर लोगों को गंगा को स्वच्छ रखने की दिशा में कदम उठाने की बात को सोचने पर मजबूर कर दिया।

दर्शकों ने बढ़ाया उत्साह

डीपी पब्लिक स्कूल में वार्षिकोत्सव की शुरुआत विघ्न विनाशक भगवान गणेश की स्तुति से हुई। जिसके बाद स्टूडेंट्स ने स्कूल का पारम्परिक गीत की प्रस्तुति की। रंगारंग कार्यक्रमों की माला में स्टूडेंट्स ने राजस्थान के पारम्परिक लोकनृत्य कालबेलिया की प्रस्तुति देकर दर्शकों को राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत से परिचय कराया। इस अवसर पर स्टूडेंट्स द्वारा पेश किए गए सूफी कव्वाली, रागमाला, रूसी कोसेक नृत्य, शिव वंदना, हिंदी व अंग्रेजी लघु नाटिका को भी लोगों को खूब पसंद किया और तालियां बजाकर उनका उत्साह बढ़ाया। संस्कृति नाटिका बुद्धम् शरणम् गच्छामि व अंग्रेजी नाटक मकवेथ समारोह के मुख्य आकर्षण रहे। कार्यक्रम के आखिर में प्रिंसिपल जया सिंह ने गत वर्षो की उपलब्धियों को सबके सामने रखा। इस मौके पर स्कूल की संयोजिका अंजली गौर, प्रबंधक शरद अग्रवाल समेत अन्य लोग मौजदू रहे।

Posted By: Inextlive