नोटबंदी के बाद रिजर्व बैंक नई सिरीज और नए डिजाइन में नोट को लेकर आया। 500 से लेकर मार्केट में प्रचलित हर नोट को नए डिजाइन में लांच किया गया लेकिन इसके बाद भी फेक करेंसी पर लगाम नहीं लगी।


कानपुर (ब्यूरो)। आरबीआई की 2018-19 की रिपोर्ट में काउंटर फेक करेंसी को लेकर चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जिसे देख कर पता चलता है कि दो साल पहले ही लांच हुए 200 रुपये के नकली नोट मार्केट में सबसे तेजी से बढ़े हैं। दो साल में ही 200 रुपये के नकली नोट मार्केट में 160 गुना तक बढ़ गए। वहीं 2 हजार रुपये के नकली नोटों की संख्या में भी 22 फीसदी बढ़ी है। इसके अलावा इस वक्त मार्केट में सबसे ज्यादा चल रहे 500 रुपये के नए नोटों की काउंटर फेक करेंसी में एक साल में 45 फीसदी का इजाफा हुआ है। फेक करेंसी का बड़ा खतरा
आरबीआई की 2018-19 की रिपोर्ट में काउंटरफेक करेंसी के आंकड़ों पर गौर करे तो मार्केट में नकली नोट का प्रचलन पहले से काफी ज्यादा है। बड़े नोटों के साथ 10 रुपये, 20 रुपये और 50 रुपये के छोटे नोटों की काउंटरफेक करेंसी भी अब मार्केट में है। नकली नोटों का कारोबार करने वालों ने नई डिजाइन में भी फूलप्रूफ नकली करेंसी को मार्केट में झोंक दिया है। जिसमें सबसे तेजी से 200 रुपये के नकली नोटों का चलन बढ़ा है। एक साल में इतना बढ़े नकली नोट नोट    2017-18    2018-19200 रुपये    79    12,7282,000 रुपये    17,929    21,847


100 रुपये    2,39,182    2,21,218

500 रुपये    9,892    21,865(नोटों की संख्या)kanpur@inext.co.in

Posted By: Inextlive