सिटीजन एमेंडमेंट एक्ट को लेकर बीते दिनों हुई हिंसा के मद्देनजर 27 दिसंबर को पूरे प्रदेश में पुलिस को अलर्ट रहने के निर्देश दिये गए हैं। साथ ही 24 घंटे के लिए यूपी के कुछ जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।


लखनऊ (ब्यूरो)। सिटीजन एमेंडमेंट एक्ट को लेकर बीते दिनों हुई हिंसा के मद्देनजर 27 दिसंबर को पूरे प्रदेश में पुलिस को अलर्ट रहने के निर्देश दिये गए हैं। शुक्रवार को नमाज के बाद सभी संवेदनशील जगहों पर कड़ी सुरक्षा का घेरा रहेगा। डीजीपी ओपी सिंह& ने गुरुवार को सीनियर ऑफिसर्स के साथ बैठक पर प्रदेश में खास सतर्कता बरतने को कहा है। पीस कमेटी की बैठकें कर आपसी समन्वय से शांति-व्यवस्था कायम रखने को कहा गया है। वहीं, एहतियात बरतते हुए सहारनपुर, आगरा, बिजनौर, बुलंदशहर, फीरोजाबाद समेत सात जिलों में इंटरनेट सेवा को बंद करने का आदेश दिया गया है। बरती जा रही विशेष सतर्कता


फीरोजाबाद, आगरा, मथुरा में शुक्रवार को जुमे की नमाज के मद्देनजर प्रशासन ने एहतियातन इंटरनेट सेवा बंद करा दी गई है। फीरोजाबाद में कैंप कर रहे आईजी आगरा रेंज ए। सतीश गणेश ने बताया कि मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में गश्त बढ़ाई गई है। साथ ही आपसी विश्वास कायम करने के लिये थानों में पीस कमेटियों की मीटिंग आयोजित की गई हैं। गोरखपुर में प्रशासन ने शुक्रवार को शहर, खासकर कोतवाली इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। दोपहर की नमाज से पहले उपद्रव प्रभावित इलाके में पैरामिलिट्री फोर्स और भारी पुलिस बल तैनात किया जाएगा। सुरक्षा इंतजाम की कमान एसपी सिटी के हाथ में होगी। मुरादाबाद मंडल को हाईअलर्ट पर रखा गया है। गुरुवार को मुरादाबाद मंडल के सभी जिलों में अधिकारियों के साथ पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स ने पैदल मार्च किया। बरेली में डीआईजी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि खुफिया टीमें सक्रिय हैं। साथ ही विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इसके अलावा रामपुर, बिजनौर, सहारनपुर, शामली, बुलंदशहर, खुर्जा व बदायूं में भी खास सतर्कता बरती जा रही है। अलीगढ़ में गुरुवार रात 12 बजे से शुक्रवार शाम पांच बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद करने के आदेश जारी किए हैं। शहर को 25 सेक्टरों में बांटकर पुलिस व मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं।जरूरत पड़े तो गठित करें एसआइटी

डीजीपी ओपी सिंह ने निर्देश दिया है कि ङ्क्षहसात्मक प्रदर्शनों को लेकर दर्ज हुए मुकदमों की निष्पक्ष जांच की जाए। आरोपियों की अरेस्टिंग के दौरान मारपीट या अभद्रता किसी दशा में न की जाए। जिन जिलों में ङ्क्षहसा के दौरान मौतें हुई हैं, वहां एएसपी क्राइम या अन्य किसी एएसपी के नेतृत्व में कुशल विवेचकों को जुटाकर जांच व गुण-दोष के आधार पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। जहां जरूरत हो, एएसपी के नेतृत्व में एसआईटी गठित की जाए। डीजीपी ने कहा है कि यदि किसी नामजद आरोपी की घटना में संलिप्तता न पाई जाए तो उसे तत्काल इसकी सूचना भी दी जाए। lucknow@inext.co.in

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari