पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पीओके के मुजफ्फराबाद में लोगों ने नीलम और झेलम नदी पर बन रहे बांध के अवैध निर्माण के खिलाफ आवाज उठाई है। लोग चीन विरोधी प्रदर्शन करते हुए यहां पर सड़कों पर उतरे हैं। इसके अलावा इस मामले को ग्लोबल प्लेटफार्म लाने के लिए SaveRiversSaveAJK कैंपेन भी चलाया जा रहा है।

मुजफ्फराबाद (एएनआई)। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद शहर में चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। यहां पर लोग नीलम और झेलम नदी पर बन रहे बांध के अवैध निर्माण के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। नीलम-झेलम और कोहाला हाइड्रो पावर परियोजनाओं के अवैध निर्माण का विरोध करते हुए सोमवार को यहां के निवासियों ने एक बड़ी रैली भी निकाली थी। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान और चीन द्वारा निर्मित बांधों के कारण पर्यावरणीय प्रभावों पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया। इतना ही नहीं यहां इस मामले में सोशल मीडिया का भी सहारा लिया गया।

Pakistan Occupied Kashmir (POK): Residents of Muzaffarabad hold protest against China & Pakistan, opposing the construction of dams on Neelam & Jhelum rivers. A protestor says, "Agreement for the dams was signed between governments of China & Pakistan, we had no say in it." pic.twitter.com/8ys1100Lvn

— ANI (@ANI) July 7, 2020


पाकिस्तान और चीन इन नियमों का कर रहे है उल्लंघन
इस मामले को ग्लोबल प्लेटफार्म पर उजागर करने के लिए हैशटैग #SaveRiversSaveAJK के साथ ट्विटर पर कैंपेन चलाया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों का सवाल है कि किस कानून के तहत पाकिस्तान और चीन के बीच विवादित क्षेत्र में नदी समझौता हुआ है? पाकिस्तान और चीन नदियों पर कब्जा करके संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों में एक ने कहा हमें कोहाला परियोजना की तरफ मार्च करना चाहिए जब तक यह बंद नहीं हो जाता है।
जलविद्युत परियोजना के निर्माण का त्रिपक्षीय समझौता
बता दें कि हाल ही में कोहाला में करीब 2.4 बिलियन डॉलर की लागत से 1,124 मेगावॉट जलविद्युत परियोजना के निर्माण के लिए एक चीनी कंपनी और पाकिस्तान और चीन की सरकारों के बीच एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के तहत PoK में झेलम नदी पर बनाया जा रहा हाइड्रोपावर प्लांट कोहाला हाइड्रोपावर कंपनी लिमिटेड (KHCL) को दिया गया है, जो चाइना थ्री गोरजेस कॉर्पोरेशन (CTGC) की सहायक कंपनी है।

Posted By: Shweta Mishra