1984 दंगा केस: टाइटलर को मिली क्लीन चिट के विरोध में आज सिख संगठन करेंगे CBI मुख्यालय का घेराव
क्लोजर रिपोर्ट भी दाखिल कर चुकी
1984 सिख विरोधी दंगा के वकील एचएस फुल्का ने कहा कि टाइटलर को क्लीन चिट दे चुकी हैं. 24 दिसंबर, 2014 को सीबीआई ने चुपचाप क्लोजर रिपोर्ट फाइल कर दी है. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि इस मामले की अगली सुनवाई 27 मार्च को रखी गई है. सत्र अदालत ने 10 अप्रैल, 2013 को सीबीआइ को सिख विरोधी दंगे में तीन लोगों की हुई हत्या के मामले की दोबारा जांच के आदेश दिए थे. इसके अलावा अब इस पर क्लोजर रिपोर्ट भी दाखिल कर चुकी है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में अकाली दल और गुरूद्वारा कमेटी को खबर थी लेकिन चुनाव के बीच उन्होंने इसे लोगों के बीच लाना ठीक नहीं समझा. इससे पहले भी सीबीआई इस मामले में टाइटलर को दो बार क्लीन चिट दे चुकी है.
कोई भी सरकार न्याय नहीं चाहती
वहीं टाइटलर को क्लीन चिट मिलने की खबर से सिख संगठन विरोध में उतर आये हैं. उनका कहना है कि हमारे से साथ अन्याय हुआ है. इस मामले को लेकर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीपीसी) का कहना है कि सिख विरोधी दंगे के दौरान हजारों सिखों को साजिश के तहत दिल्ली की गलियों में हत्या की गई थी. इस मामले में यह फैसला नमक छिड़कने जैसा है. इस फैसले ने हमारे जख्मों को हरा कर दिया है. इसके लिये हम चुप नहीं बैठेंगे. इसके लिये हम लोग दोपहर 3 बजे सीबीआई मुख्यालय का घेराव करेंगे. सिख संग्ाठनों का कहना है कि इस मामले में आरोपियों को क्लीन चिट देना यह दिखाता है कि कोई भी सरकार यह नहीं चाहती कि पीड़ित परिवारों को जस्टिस मिले.