केजीएमयू में एंटीबायोटिक दवाओं का संकट
- मुफ्त में मिलने वाली दवाएं भी खरीद हैं बाहर से
- समय से नहीं हो पाई परचेस कमेटी की बैठक LUCKNOW: किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के मरीजों पर दवाओं की कमी भारी पड़ रही है। ट्रॉमा से लेकर विभागों में जीवन रक्षक एंटीबायोटिक और अन्य दवाओं की किल्लत के चलते मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इसके कारण केजीएमयू प्रशासन की ओर से मुफ्त में उपलब्ध कराई जाने वाली दवाएं भी मरीजों को बाहर से खरीदनी पड़ रही है। सभी विभागों में किल्लतमेडिसिन से लेकर पल्मोनरी मेडिसिन, सर्जरी, क्वीनमेरी लगभग सभी विभागों में दवाओं की किल्लत जारी है। मेडिसिन विभाग के एक डॉक्टर की मानें तो स्टोर से क्00 पत्तों के लिए इंडेंट भेजा जाता है, जबकि आते भ् या क्0 हैं। यही दवा मरीजों को दी जाती है। जिन मरीजों को दवा नहीं मिल पाती उनके लिए बाहर से दवा मंगाना मजबूरी है।
नहीं हो रही आपूर्तिकेजीएमयू के सूत्रों की मानें तो मेडिसिन सप्लायर्स दवाएं ही नहीं सप्लाई कर रहे हैं। जिसके कारण एक दो दिनों में समस्या और अधिक बढ़ सकती है। सबसे अधिक समस्या एंटीबायोटिक दवाओं की है। समय से परचेज कमेटी की बैठक न होने और नया आर्डर न देने के कारण ही ऐसी समस्या हुई है। पिछले स्टाक में जो था उसी में से सभी विभागों को थोड़ी थोड़ी दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
दवाओं की कोई किल्लत नहीं है। सभी मरीजों को दवाएं दी जा रही हैं। - प्रो। एससी तिवारी, सीएमएस