आपका बैंक एकाउंट खाली कर सकता है 'एनीडेस्क'
- शहर में एनीडेस्क से फ्रॉड के कई मामले आए सामने
- आपके मोबाइल डाटा तक हो जाती है हैकर की पहुंच आगरा : अगर आप भी एनीडेस्क एप मोबाइल पर इस्तेमाल करते हैं, तो सावधान हो जाएं। शातिरों की आप पर नजर है। एक छोटी सी लापरवाही आपका बैंक अकाउंट खाली करा सकती है। हाल ही में साइबर फ्रॉड के कई मामले सामने आए हैं। पांच मिनट में अकाउंट खाली मोबाइल यूजर्स अक्सर अनआईडेंटिफाइड लिंक को क्लिक कर देते हैं। इन्हीं लिंक के जरिए हैकर्स एनीडेस्क एप यूजर के मोबाइल में अपलोड करा देते हैं। साइबर सेल प्रभारी अमित कुमार का कहना है कि अधिकतर एनीडेस्क एप का इस्तेमाल कंपनियों में सुविधा के लिए किया जाता है। लेकिन अब ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले इस एप का सहारा ले रहे हैं। अननोन नंबर्स को करें अनदेखासाइबर सेल पुलिस का कहना कि अधिकतर धोखाधड़ी के मामले मोबाइल यूजर्स की गलती से होते हैं। इससे बचने के लिए मोबाइल यूजर्स को अनआईडेंटिफाइड नंबर्स की अनदेखी करनी चाहिए।
ऐसे काम करता है एनीडेस्क ऐपसोशल मीडिया से अक्सर एनीडेस्क या किसी अन्य रिमोट ऐप को डाउनलोड करने का सुझाव मिलता है। जब कोई कस्टमर एनीडेस्क ऐप को डाउनलोड करता है तो उसे उसके पास एक नाइन डिजिट का कोड आता है। इस कोड को ऐप में फीड करने बाद फ्रॉड करने वाले शातिर पीडि़त कस्टमर से उस कोड को ले लेते हैं। इसके बाद ऐप पर आपसे परमिशन मांगी जाएगी। जैसे ही कस्टमर परमिशन देता है तो कस्टमर के फोन का कंट्रोल हैकर्स के पास चला जाता है। हैकर्स कस्टमर के फोन में मौजूद सभी जानकारियों का इस्तेमाल कर बैंक खाते को खाली कर देते हैं। वह इसके माध्यम से यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) से भी फ्रॉड ट्रांजेक्शन करने में सफल हो जाते हैं।
केवाईसी नियर ऐप डाउनलोड करने पर एक अनजान व्यक्ति का कॉल आया, जिसमें प्ले स्टोर से एनी डेस्क ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा गया। इसके बाद एटीएम कार्ड और आधार कार्ड की अपने मोबाइल से फोटो करने पर एक के बाद एक पांच ट्रांजेक्शन हुए और अकाउंट खाली हो गया। न्यू आगरा थाने में केस दर्ज कराया है। अंजुल शर्मा, टीचर मोबाइल से ऑनलाइन भुगतान करने के बाद अचानक से रिमोट ऐप डाउनलोड हो गया। तभी कुछ डिटेल मांगी गई, इसके बाद एक के बाद एक तीन ट्रांजेक्शन हुए। कंप्लेन थाने में की गई, लेकिन केस दर्ज नहीं किया गया। गौरव शर्मा, बिजनेसमैनअवेयरनेस न होने से लोग अक्सर ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं। किसी भी तरह के अनचाहे कॉल आने पर उनको अनदेखा करना चाहिए। एनीडेस्क एप की ठगी के चार मामले हाल ही में आए हैं। टीम अपना काम कर रही है।
अमित कुमार, साइबर सेल प्रभारी ऑनलाइन ठगी के केस -वर्ष 2019 188 -वर्ष 2020 16