RANCHI : इरबा स्थित अपोलो हॉस्पिटल इन दिनों 'ब्रेन ड्रेन' से जूझ रहा है। दो महीने के अंदर ही अपोलो हॉस्पिटल के कई डॉक्टर्स यहां से जॉब छोड़ चुके हैं। अब वे दूसरे हॉस्पिटल में जॉब कर रहे हैं। पिछले 11 सालों से अपोलो हॉस्पिटल से जुड़े रहे कार्डियोलॉजिस्ट डॉ दीपक गुप्ता ने भी इस हॉस्पिटल को अलविदा कह दिया है और अब वह रांची के ही एक दूसरे हॉस्पिटल में बतौर डायरेक्टर कार्डियक साइंस अपनी सेवा दे रहे हैं। डॉ दीपक गुप्ता ने 31 जुलाई को ही अपोलो मैनेजमेंट को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। डॉ दीपक गुप्ता के साथ डॉ आलोक, डॉ अमर, डॉ शालिनी, और डॉ राकेश ने भी उसी हॉस्पिटल में अपना योगदान दिया है।

डॉ संजय ने भी दिया था इस्तीफा

अपोलो हॉस्पिटल, इरबा में कई सालों तक अपनी सेवा दे चुके न्यूरो सर्जन डॉ संजय कुमार ने भी पिछले महीने ही अपोलो हॉस्पिटल से इस्तीफा दे दिया था। अपोलो से जॉब छोड़ने के बाद डॉ संजय कुमार भी अब रांची के उसी हॉस्पिटल में अपनी सेवा दे रहे हैं, जहां डॉ दीपक गुप्ता व उनके साथ अन्य डॉक्टर्स ने जॉब ज्वॉइन की है।

डॉ पीएन सिंह भी छोड़ चुके हैं अपोलो

शहर के फेमस जेनरल फिजीशियन डॉ पीएन सिंह कई सालों तक अपोलो हॉस्पिटल में अपनी सेवा दे चुके हैं। इसी साल मई में उन्होंने अपोलो हॉस्पिटल को अलविदा कह दिया। अपोलो हॉस्पिटल से जॉब छोड़ने के कारण के बारे में उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने परिवारिक कारणों से इस हॉस्पिटल से जॉब छोड़ी है।

हमारे हॉस्पिटल पर इसका कोई असर नहीं पड़नेवाला

अपोलो हॉस्पिटल, इरबा के पीआरओ जावेद अख्तर ने बताया कि कुछ डॉक्टर्स अपोलो से जा चुके हैं। लेकिन, इसका अपोलो पर कोई असर नहीं पड़नेवाला है। जिस नए हॉस्पिटल में डॉक्टर्स ज्वॉइन कर रहे हैं, वहां के सभी लोगों को अपोलो ने ही खेजकर लाया है। अब जब डॉक्टर्स अपोलो छोड़कर दूसरे हॉस्पिटल में ज्वॉइन कर रहे हैं, तो वे अस्पताल के बारे में गलत बातें भी कह रहे हैं।

Posted By: Inextlive