ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि अगर दोनों हाथ के रक्त चाप में भारी असमानता हो तो यह असामयिक मौत का कारण हो सकता है.

230 लोगों पर किए गए एक शोध में दावा किया गया है कि जिन्हें उच्च रक्तचाप की बीमारी है और उनके दोनों हाथ के रक्त चाप में बहुत ज्यादा का अंतर है, उनकी मौत हृदय रोग, सदमा या अन्य वजहों से समय से पहले हो सकती है।

ब्रिटिश हेल्थ फॉउंडेशन का कहना है कि पीड़ित लोगों को अपने हृदय की जांच लगातार कराते रहनी चाहिए। फॉउंडेशन की यह भी शिकायत है कि वैसे डॉक्टर दोनों हाथ के रक्त चाप को मापने के लिए निर्धारित राष्ट्रीय मानक का पालन नहीं करते हैं।

ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित अपने शोध में डॉक्टर क्रिस्टोफर क्लार्क ने कहना है कि इस शोध में डॉक्टरों के लिए बहुत ही सामान्य संदेश है।

ऐक्स्टर विश्वविद्यालय के पेनिनसुला कॉलेज ऑफ मेडिसिन एंड डेन्टिस्ट्री से जुड़े डॉक्टर क्लार्क इस शोध के प्रमुख शोधकर्ता हैं। उन्होंने बीबीसी से बात करते हुए कहा, "डॉक्टरों के लिए संदेश ये है कि जब वे मरीजों के रक्त चाप की जांच करते हैं तो उन्हें निश्चित रूप से दोनों हाथ के लिए निर्धारित रक्त चाप के राष्ट्रीय मानक को मानना ही पड़ेगा."

सलाह

डॉक्टर क्लार्क सलाह देते है कि उच्च रक्त चाप के ऐसे मरीज, जो अपने घर पर ही रक्त चाप की जांच करते हैं, उन्हें भी डॉक्टरों की सलाह माननी चाहिए।

उन्होंने कहा, "अगर उनके रक्त चाप का उपचार चल रहा है और उनके दोनों हाथ के रक्त चाप में इतना अधिक अंतर है तो उनके लिए यह जानना जरूरी है कि उनका इलाज उनके भविष्य के आकलन को ध्यान में रखकर किया जा रहा है."

साइंस पत्रिका द लासेंट में प्रकाशित 28 शोध पत्रों में भी यह पहले कहा गया है कि अगर दोनों हाथ के रक्त चाप के बीच इतना अंतर है तो इससे नस संबधी बीमारी हो सकती है और इसके चलते मृत्यु की आशंका बढ़ जाती है।

ब्रिटिश हर्ट फॉउंडेशन में वरिष्ठ हृदय रोग नर्स मौरीन टैलबॉट का कहना है कि ये शोध इस बात की पुष्टि करता है कि दोनों हाथ के रक्त चाप की जांच होनी चाहिए। दोनों हाथ के रक्त चाप में मामूली सा अंतर सामान्य बात है।

उन्होंने कहा, 'वैसे दोनों हाथ के रक्त चाप में अधिक अंतर होने से बीमारी की आशंका तो बढ़ ही जाती है, इसलिए यह जरूरी है कि हृदय की बीमारी के रोकथाम के लिए और अधिक जांच की जरुरत पड़े."

जिन लोगों के दोनों हाथ के रक्त चाप में असामानता है, उनमें नस की बीमारी की आशंका होती है जिसके बारे में कोई भी लक्षण नहीं दिखाई पड़ते हैं। ध्रूम्रपान को छोड़कर, कोलेस्ट्रोल या निम्न रक्त चाप का इलाज कराने से इन बीमारियों के खतरे की आशंका को कम की जा सकती है।

Posted By: Inextlive