- 20 दिसंबर को शहर में भड़की थी हिंसा

- 700 शस्त्र लाइसेंस के आवेदन के वेरीफिकेशन की प्रक्रिया रूकी

- 400 शस्त्र लाइसेंस के आवेदनों की प्रक्रिया भी टली

- 148 लाइसेंसों की जांच के आदेश थाना पुलिस को दिए गए

- 20 हजार से अधिक शस्त्र लाइसेंस हैं मेरठ में

- मेरठ में उपद्रव के बाद शस्त्र लाइसेंस के वेरीफिकेशन पर रोक

-सैकड़ों आवेदन थानों में रुके, रिन्यूवल पर भी लगी रोक

Meerut: नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध के बीच मेरठ में 20 दिसंबर को हुए बवाल के बाद शस्त्र लाइसेंस की आवेदन और वेरीफिकेशन प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई है। डीएम अनिल ढींगरा के आदेश के बाद शस्त्र लाइसेंस प्रक्रिया पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। वहीं लाइसेंस आवेदनों के वेरीफिकेशन की प्रक्रिया भी रोक लगी है।

शहरक्षेत्र है प्रभावित

गौरतलब है कि मेरठ में बवाल से सर्वाधिक प्रभावित शहरक्षेत्र है, जिसमें थाना कोतवाली, ब्रह्मापुरी, लिसाड़ीगेट, नौचंदी, मेडिकल, देहली गेट, सदर, सिविल लाइन्स एवं सदर थानाक्षेत्रों में शस्त्र लाइसेंस आवेदन और वेरीफिकेशन प्रक्रिया ठप पड़ी है। 20 दिसंबर के बाद शहरक्षेत्र में करीब 700 शस्त्र लाइसेंस के आवेदन के वेरीफिकेशन की प्रक्रिया विभिन्न स्तरों पर ठप पड़ी है। डीएम और एसएसपी के स्तर से सभी थानों और प्रशासनिक कार्यालयों को शस्त्र लाइसेंस आवेदनों पर रोक के निर्देश हैं तो वहीं स्थिति सामान्य होने के बाद गहन जांच के बाद ही अब शस्त्र लाइसेंस के वेरीफिकेशन की प्रक्रिया पूर्ण होगी।

रिन्यूवल पर भी रोक

मेरठ के शहरक्षेत्र के थानों में शस्त्र लाइसेंस के रिन्यूवल पर रोक लगा दी गई है। रिन्यूवल के लिए 400 शस्त्र लाइसेंस के आवेदनों को पेंडिंग में डाल दिया है। जबकि 148 लाइसेंसों की जांच के आदेश थाना पुलिस को दिए गए हैं। उपद्रव के दौरान मौजूदगी की आशंका पर इन लाइसेंसधारियों को पुलिस ने नोटिस जारी करने हुए लाइसेंस के निलंबन की कार्रवाई शुरू कर दी है। गौरतलब है कि मेरठ में 20 हजार से अधिक शस्त्र लाइसेंस फिलहाल हैं।

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मेरठ में लाइसेंस के रिन्यूवल और नवीन लाइसेंस के वेरीफिकेशन की प्रक्रिया पर फिलहाल रोक है। अग्रिम आदेश के बाद ही रिन्यूवल और लाइसेंस के वेरीफिकेशन की प्रक्रिया शुरू होगी। 148 लाइसेंसधारियों को लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई के लिए नोटिस दिया गया है।

-अजय कुमार तिवारी, एडीएम सिटी, मेरठ

Posted By: Inextlive