RANCHI : मात्र पांच हजार रुपए की खातिर एक महिला जान जोखिम में डालती है। जेल जाती है, छूटती है, फिर वह उसी काम में लग जाती है। इनमें से एक हैं रीना देवी। वह बिहार के मुंगेर डिस्ट्रिक्ट की रहनेवाली है। रीना को पुलिस ने गुमला के पहाड़ी चीता गिरोह के संस्थापक बालगोविंद साहू के साथ ऑल्टो कार और हथियार के साथ पकड़ा है। पुलिस ने जब इस महिला से पूछताछ की तो पता चला कि वह केवल हथियार तस्करों के लिए कुरियर का काम करती है। उसे एक पार्सल पहुंचाने पर पांच हजार रुपए मिलते हैं। वह अबतक यूपी और बिहार के कई जिलों में क्रिमिनल्स को हथियार पहुंचा चुकी है। रीना इससे पहले भी हथियार पहुंचाने के आरोप में रांची सीआईडी की टीम ने उसे रातू रोड एरिया से पकड़ा था। कुछ दिनों तक जेल में रहने के बाद वह फिर बाहर निकल आई और इसी काम में लग गई।

पहले भी जेल जा चुका है बालगोविंद

एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि पुलिस ने बालगोविंद साहू को डोरंडा के एजी मोड़ से अरेस्ट किया है। वह पहाड़ी चीता गिरोह का संस्थापक है। उस पर कई केसेज गुमला और दूसरे जिलों में दर्ज हैं। सुखदेवनगर थाना एरिया से बालगोविंद आ‌र्म्स एक्ट के आरोप में पहले भी जेल जा चुका है। पुलिस ने दोनों के पास से छह देसी कट्टा, दो नाइन एमएम का पिस्टल, तीन कारतूस, ऑल्टो कार, मोबाइल आदि बरामद किया है।

शक नहीं होता था लोगों को

रीना देवी को हथियार तस्कर यूज करते थे या वह शौक से इस पेशे को अपनाया, इस बिंदू पर रांची पुलिस जांच कर रही है। उसने पुलिस को बताया कि उसे हथियार तस्कर इसलिए भेजते थे क्योंकि रेलवे स्टेशन पर महिला होने के नाते पुलिस चेकिंग नहीं करती थी और वह हथियारों को क्रिमिनल्स तक पहुंचा देती थी। हथियार सप्लाई होने के बाद खरीदार और सप्लायर के बीच नकद का कारोबार नहीं होता है, बल्कि बैंक अकाउंट में पैसे जमा कराए जाते थे।

Posted By: Inextlive