आर्मी ने चलाया अवैध निर्माण पर बुल्डोजर
- स्थानीय लोगों ने सेना की कार्रवाई का किया विरोध
- महिलाओं के साथ हुई नोकझोंक, किया हंगामा - कार्रवाई के विरोध में युवक ने फोड़ा अपना सिर Meerut : फाजलपुर स्थित बैंक रोड पर बुधवार को सेना के अधिकारियों ने मकानों के आगे हरित पट्टी पर हो रहे अवैध निर्माण पर बुल्डोजर चला दिया। सेना की इस कार्रवाई का महिलाओं ने जमकर विरोध करते हुए हंगामा किया। हंगामा होते देख पुलिस मौके पर पहुंची। महिलाओं की सेना व पुलिस अधिकारियों से जमकर नोकझोंक हुई। महिलाओं ने अधिकारियों पर कार्रवाई में भेदभाव का आरोप लगाया। मौके पर काफी संख्या में जमा लोगों को हटाने के लिए पुलिस को लाठियां भी फटकारनी पड़ीं। सेना का चला बुल्डोजरबैंक रोड पर लगभग सौ मकान हैं। बुधवार को सेना के अधिकारी बुल्डोजर लेकर वहां पहुंचे। उन्होंने मकानों के आगे ग्रीन पट्टी पर हो रहे अवैध निर्माण पर बुल्डोजर चलाने का आदेश दिया। इस पर बुल्डोजर से अवैध निर्माण तोड़ना शुरू कर दिया। सेना की कार्रवाई से क्षुब्ध कॉलोनी की महिलाएं एकत्रित होकर बुल्डोजर के आगे लेट गई और जमकर हंगामा किया।
सैन्य अधिकारियों से नोकझोंकइस दौरान महिलाओं की सेना के अधिकारियों व पुलिस से जमकर नोकझोंक हुई, परंतु सेना के अधिकारियों ने किसी की नहीं सुनी। इस दौरान बुल्डोजर ने असर खान के ब्राइट लाइन स्कूल, रणधीर सिंह, मदन, भूपेंद्र वीर हंस के मकान के सामने अवैध निर्माण को तोड़ दिया। इस कार्रवाई पर भूपेंद्र वीर के नौकर चरण सिंह ने अधिकारियों के सामने अपना सिर फोड़ लिया। नौकर के सिर फोड़ लेने की जानकारी पर भूपेंद्र की बेटी ¨प्रसी व हरवी की सेना अधिकारियों से जमकर नोकझोंक हुई और अपने मकान के कागज दिखाए।
भेदभाव का आरोप इसी बीच महिला पुलिस ने दोनों को समझाने का प्रयास किया, जिस पर दोनों युवतियों की महिला पुलिस से भी नोकझोंक हुई। चार मकानों पर अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के बाद अधिकारी लौट गए। अधिकारियों के लौट जाने के बाद कॉलोनी के लोगों ने सेना के अधिकारियों पर भेदभाव का आरोप लगाया। आरोप है कि अधिकारियों ने सिविल लोगों के मकान के बाहर बने निर्माण को तोड़ा है, जबकि सेना में कार्यरत लोगों के घर के सामने हो रहे निर्माण पर कोई कार्रवाई नहीं की, जिस कारण कालोनी के लोगों में रोष है। स्कूल को तोड़ासेना के अधिकारियों ने बुधवार को अवैध निर्माण बताकर लोगों के घर के आगे बनी चारदीवारी को तोड़ दिया। सबसे पहले अधिकारियों ने शिक्षा के मंदिर पर बुल्डोजर चलाया, जिस कारण लोगों में रोष है। लोगों का कहना है कि सेना के अधिकारियों को चारदीवारी से क्या समस्या थी। लोगों ने अपनी सुरक्षा के लिए घर के आगे चारदीवारी कर रखी है और वह सालों से यहां रह रहे थे।