सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का कहना है कि पाकिस्तान ने बालाकोट आतंकी शिविर को फिर से सक्रिय कर दिया है। करीब 500 घुसपैठिए भारत में घुसने की फिराक में हैं। उन्होंने इस्लाम देश की सीमा सुरक्षा से जुड़े जैसे गंभीर विषयों पर भी अपनी राय दी।


चेन्नई (एएनआई/पीटीआई)। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने सोमवार को कहा पाकिस्तान ने हाल ही में बालाकोट आतंकी शिविर को फिर से सक्रिय कर दिया है।  इससे पता चलता है कि भारतीय वायुसेना की कार्रवाई से बालाकोट प्रभावित हुआ था। वह क्षतिग्रस्त हुआ था। लोग वहां से चले गए थे लेकिन कुछ महीनों बाद वह एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। बालाकोट में आतंकी शिविरों पर हमला हुआ सेना प्रमुख ने संवादताओं से कहा कि करीब 500 घुसपैठिये भारत में घुसपैठ करने की फिराक में हैं।  उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय वायुसेना की ओर से उठाए गए कदमों के बाद अब वहां लोग वाापस लौट रहे हैं। भारतीय वायु सेना ने बीती फरवरी में पुलवामा में सीआरपीएफ कर्मियों पर आतंकी हमलों के प्रतिशोध में बालाकोट में आतंकी शिविरों पर हमला किया था।हमारी सेना जानती है कि कैसे निपटा जाए


सेना प्रमुख ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम उल्लंघन पर पूछे गए सवालों का भी जवाब दिया। रावत ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों को भारत में धकेलने के लिए संघर्ष विराम का उल्लंघन करता है। हम सतर्क हैं। संघर्ष विराम उल्लंघनों से निपटना जानते हैं। हमारी सेना जानती है कि खुद को कैसे स्थिति में रखा जाए और कार्रवाई की जाए।

 इस्लाम का गलत मतलब समझाया गयाइसके साथ ही सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों को इस्लाम का गलत मतलब समझाया गया है। इस्लाम की गलत व्याख्या करने वाले चाहते हैं कि अव्यवस्था पैदा हो। वे लोग समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि हमारे पास ऐसे धर्मगुरु होने चाहिए जो पूरे समाज को इस्लाम का सही और वास्तविक मतलब समझाएं। पाकिस्तान नहीं आ रहा बाज, इस साल 2050 से अधिक बार तोड़ा सीजफायरपड़ोसी राज्य प्रायोजित आतंक बढ़ा रहा देश की सीमाओं को सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि प्रत्येक राष्ट्र को अपनी सीमाओं को सुरक्षित करना होगा। हमारी उत्तर और पश्चिम की सीमाओं पर तनाव है।उन्होंने कहा कि हमारा पश्चिमी पड़ोसी राज्य प्रायोजित आतंकवाद को बढ़ा रहा है। वह लगातार जम्मू-कश्मीर में हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में हमें सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई घुसपैठ न हो।

Posted By: Shweta Mishra