असम में आदिवासियों पर हमला करने वाले बोडो उग्रवादियों के खिलाफ सेना पूरी तरह से सक्रिय है. सेना वहां चलाये जा रहे सर्च ऑपरेशन को और तेजी से चलाने जा रही है. ऐसे में आज सेना के ऑपरेशन का जायजा लेने सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह आज असम पहुंचेंगे. हमलों के मद्देनजर आर्मी चीफ दलबीर सिंह सुहाग ने कल केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी.

गृह मंत्री से कल हुई बातचीत
कल केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात के बाद आर्मी चीफ ने सर्च ऑपरेशन को तेज करने का मन बना लिया है. वह आज सेना के ऑपरेशन का जायजा लेने के लिए असम जांएंगे. आर्मी चीफ और गृह मंत्री के बीच असम के हालात पर चर्चा हुई. इस दौरानसेना प्रमुख सुहाग ने कहा कि हम निश्चित तौर पर असम में अपना अभियान तेज करने जा रहे हैं. गौरतलब है कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को घोषणा की कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी आदिवासियों पर किये गये एनडीएफबी (एस) के नृशंस हमलों और इसके बाद असम में हुई हिंसक प्रतिक्रिया की जांच करेगी. इन घटनाओं में 83  ‘गरीब एवं निर्दोष’ लोगों की जान गई है. असम में हिंसा की ताजा वारदात के बाद केंद्र ने आदिवासियों का नरसंहार करने वाले उग्रवादी संगठन एनडीएफबी (एस) के खिलाफ ‘समयबद्ध’ कार्रवाई का वादा किया तथा उसके साथ बातचीत की संभावना को खारिज कर दिया.

कमांडर जमीनी हालात पर रखें हैं नजर
सेना असम के हिंसा प्रभावित जिलों में प्रभुत्व कायम करने के लिए सघन अभियान चला रही है. सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को एनडीएफबी एस  के उग्रवादियों के हमले, आदिवासियों द्वारा जवाबी हिंसा तथा पुलिस गोलीबारी में मृतक संख्या अब तक 83 हो गयी. कमांडर जमीनी हालात पर करीब से नजर रख रहे हैं और परिस्थिति से निपटने के लिए लगातार समीक्षाएं हो रहीं हैं. सेना के हेलीकॉप्टरों ने इलाके का हवाई सर्वेक्षण भी किया. इस संबंध में दलबीर सिंह सुहाग ने बताया कि असम में उग्रवाद निरोधक अभियानों के लिए सेना के 66 कॉलम प्रत्येक कॉलम में 70 जवानः तैनात किये गये हैं. भारत-भूटान सीमा की रक्षा कर रहे सशस्त्र सीमा बल ने भी असम में अपने 2,000 जवानों को पहुंचाया है.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh