- मृतका के पति सीआरपीएफ जवान ने कहा, पत्नी पर था ऐतबार, आहत कर रहा पुलिस का संदेह

मृतका के पति सीआरपीएफ जवान ने कहा, पत्नी पर था ऐतबार, आहत कर रहा पुलिस का संदेह

GORAKHPUR:

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शाहपुर, झरना टोला के चौहरे हत्याकांड का पर्दाफाश करके पुलिस ने अपने मन का बोझ भले कम कर लिया। लेकिन सीआरपीएफ जवान के दिल का बोझ हल्का नहीं हुआ। पुलिस भले टेंपो ड्राइवर की कहानी पर यकीन कर ले रही है। लेकिन जवान को उसकी कहानी पर ऐतबार नहीं हो रहा। अपने परिवार से अगाध प्रेम करने वाले जवान ने बच्चों की खुशी के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी थी। उसे अपनी पत्नी पर पूरा भरोसा है। पत्नी के चरित्र पर पुलिस के संदेह करने से जवान बार-बार आहत हो रहा है। जवान का मानना है कि टेंपो ड्राइवर का करीबी जिला कारागार में तैनात एक बंदी रक्षक को पुलिस बचाने की कोशिश में लगी है। हालांकि पुलिस ने दावा किया कि खुलासे को लेकर कोई सवाल नहीं उठाए जा सकते हैं।

'मैं बस इंसाफ के लिए जिंदा रहा'

चौहरा मर्डर इस तरह से उलझा कि पुलिस हर किसी को शक की निगाह से देखने लगी। जांच अधिकारियों को अंदेशा था कि एक प्रोफेशनल किलर ही इस अंदाज में वारदात कर सकता है। शुरुआती जांच में पुलिस ने जवाहर पर शक जताया। उसके मोबाइल का सीडीआर निकलवाया। बंद कमरे में घंटे महिला पुलिस अधिकारी उससे पूछताछ करती रहीं। यहां तक पुलिस ने उसका नार्को टेस्ट भी कराया। उसके बार-बार छुट्टी लेकर गोरखपुर आना पड़ा। पुलिस केरवैये से पत्नी और बच्चों को खो चुका जवान भीतर से टूट गया। फिर भी उसने हिम्मत नहीं हारी। खुद का बेकसूर साबित करते हुए वह असली कातिल की तलाश के लिए गुहार लगाता रहा। रविवार को वह अपनी बटालियन, झारखंड में मौजूद था। तभी पुलिस ने उसके बच्चों, पत्नी के कातिल के पकड़े जाने की सूचना दी। आनन-फानन में वह गोरखपुर पहुंचा। आरोपी से बात कराकर पुलिस ने जवाहर को संतुष्ट कराने का प्रयास किया। लेकिन उसके मन में चल रहे सवालों को पुलिस शांत नहीं कर सकी।

'बंदीरक्षक को बचा रही पुलिस'

पत्रकारवार्ता में जवान बार-बार कहता रहा कि अकेले कोई चार लोगों का कत्ल नहीं कर सकता है। उसने पत्नी पर पूरा भरोसा जताया। कहा कि टेंपो ड्राइवर ने जेल के बंदी के रक्षक के साथ मिलकर वारदात की है। लेकिन वह बाकी लोगों को बचा रहा है। पुलिस भी अवैध संबंधों की बात कह रही है जबकि उसके परिवार के लोग बेवजह घर से बाहर नहीं निकलते थे। सहजनवां में ससुराल होने से उनके साले परिवार का ख्याल रखते थे। कभी-कभार घर से निकलने वाली पत्नी की किसी से जान पहचान को लेकर वह आश्चर्यचकित हो रहा था।

इन सवालों का मांग रहा जवाब

- एक अकेला व्यक्ति चार लोगों का कत्ल कैसे कर सकता है। आरोपी के साथ घटना की रात कोई और भी मौजूद था। पुलिस उसे क्यों नहीं ढूंढती?

- ख्9 जुलाई की रात साढ़े नौ बजे बेटे से उसके साले ने बात करके दूध पीने को कहा था। इस दौरान कुछ लोगों के बातचीत की आवाज साले ने सुनी थी।

- एटीएम कार्ड के रैपर पर उसने कोई कोड नहीं लिखा था। घर की हर जरूरत पर ससुराल या परिवार के लोग पहुंच जाते थे।

- हाईस्कूल फेल टेंपो ड्राइवर एटीएम का यूज करना कैसे नहीं जानेगा। आरोपी ने कहा था कि उसने रुपए निकालने के लिए अपने साथियों को एटीएम कार्ड दे दिया था।

- उसके मुताबिक जेल के बंदी रक्षक को पुलिस ने बख्श दिया। बंदी रक्षक का टेंपो ड्राइवर के घर आना-जाना था। दो अन्य युवतियों से टेंपो ड्राइवर के अवैध संबंध रहे हैं।

- तीन लोगों की हत्या करने के बाद कातिल घर में बड़ी बेटी के छत से उतरने का इंतजार क्यों करता रहा?

- टेंपो ड्राइवर ने बताया कि दो ताले बंद किए थे। लेकिन सिर्फ मेन गेट पर ताला बंद था जबकि भीतर के दरवाजे का ताला खुला हुआ था।

- घटना के बाद घर में खिड़की पर परदा लगा होने पर संदेह जताया। कहा गर्मी के मौसम में उतनी ऊंचाई पर पर्दा लगाने का कोई सवाल नहीं उठता है।

वर्जन

घटना के खुलासे के लिए पुलिस इतने दिनों से काम कर रही थी। शुरुआती जांच-पड़ताल में जिस व्यक्ति पर शक हुआ, उससे पूछताछ करके जानकारी जुटाने की कोशिश की गई। इस मामले मॉनीटरिंग सीधे डीजीपी हेडक्वार्टर से हो रही थी। टेंपो ड्राइवर के करीबी पप्पू ने एटीएम से रुपए निकाले। वह बिना मास्क के एटीएम में गया था। उससे पूछताछ पर आगे की कडि़यां जुड़ती चली गई। टेंपो ड्राइवर के घर से मॉस्क बरामद हुआ है। फॉरेसिंक जांच की रिपोर्ट, बाल, खून के नमूने सहित कई सबूत जुटाए गए हैं। पुलिस ऐसी कार्रवाई कर रही है कि आरोपी खुद को बेगुनाह साबित न कर सके।

अनंत देव, एसएसपी

Posted By: Inextlive