Bareilly : जाट रेजीमेंट के बख्शी परेड ग्राउंड का नजारा फ्राइडे को बदला-बदला सा था. आम तौर पर आर्मी ऑफिसर्स और जवानों से गुलजार रहने वाला परेड ग्राउंड लेडीज एंपॉवरमेंट का गवाह बना था. यूबी एरिया के आर्मी वाइव्ज वेलफेयर एसोसिएशन आवा डे के मौके पर ऑर्गनाइज इस फंक्शन में आर्मी के ऑफिसर्स और जवान सिर्फ वालंटियर्स के रोल में ही थे. मैदान की असली 'हीरोÓ तो फंक्शन में पार्टिसिपेट करनी वाली आर्मी पर्संस की वाइव्ज थीं. इन लेडीज ने हर इवेंट में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. लेडीज का उत्साह इस कदर था कि कई इवेंट्स को दो-दो फेज में कराना पड़ा. फंक्शन की शुरुआत अंडर-14 ब्वॉयज रेस से हुई. इसके बाद इसी कैटेगरी में गल्र्स रेस हुई. इस रेस में आर्मी फैमिली के बच्चों ने हिस्सा लिया. इस कैटेगरी में ब्वॉयज और गल्र्स की अंडर-18 रेस भी कराई गई.


याद दिलाया बचपनसबसे मजेदार वे मूवमेंट्स थे, जब आर्मी पर्संस की वाइव्ज ने सैक रेस में हिस्सा लेकर अपने बच्चों को एंज्वॉय करने का मौका दिया। इस रेस में कई मॉम्स ने रेस पूरी भी की तो कई बैलेंस नहीं बना सकीं। इसके बाद ऑर्गनाइज किए गए ग्रुप गेम में भी लेडीज ने जमकर एंज्वॉय किया। फंक्शन के लास्ट में आवा की रीजनल वाइस प्रेसीडेंट सुपर्णा कार ने विनर्स को प्राइज डिस्ट्रीब्यूट किए। सुपर्णा ने इस मौके पर कहा कि आवा का मेन मोटो आर्मी पर्संस की वाइव्ज का वेलफेयर करना है। उनका कहना था कि आवा अपने मेन मोटो आशा, विश्वास और आस्था को सामने रख कर आगे बढ़ रहा है। यही नहीं अब तक के अपने सफर में इस पर खरा भी उतरा है।जब मॉम्स ने भरी चौकड़ी
आवा डे पर ऑर्गनाइज की गई अंडर-40 व अबव-40 इवेंट पूरे फंक्शन का टॉकिंग प्वॉइंट रहा। इस इवेंट में आर्मी ऑफिसर्स की वाइव्ज ने भी पार्टिसिपेट किया। मोस्ट ऑफ द मॉम्स ने इस रेस को पूरा किया और ग्राउंड पर प्रेजेंट ऑडियंस ने भी उनके उत्साह को पूरा सम्मान देते हुए चीयर अप किया।

Posted By: Inextlive